UP- बिहार से गुंडे बुलाकर BJP ने अपनी ही पार्टी की महिला की जान ले ली: ममता बनर्जी
- भारतीय जनता पार्टी ने एक महीने पहले हमले टीएमसी कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल पार्टी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार की 85 वर्षीय मां शोभा मजदूर के निधन को बड़ा मुद्दा बनाया है.
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने एक महीने पहले हमले टीएमसी कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल पार्टी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार की 85 वर्षीय मां शोभा मजदूर के निधन को बड़ा मुद्दा बनाया है. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को शोभा मजूमदार की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए बीजेपी के बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरा है. इसके बाद बीजेपी पर पलटवार करते हुए ममता ने कहा कि उन्होंने (बीजेपी) बाहर से गुंडे बुलाकर अपनी ही पार्टी की जान ले ली.
ममता बनर्जी ने एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा कि उनकी (BJP) बिहार और यूपी से लाए गए गुंडों द्वारा अपनी ही पार्टी की एक महिला को मारने की साजिश है और इसका दोष वो बंगाल पर लगा रहे हैं. यहीं उनकी योजना है.
बता दें कि उत्तर परगना जिले के नमिता इलाके में रहने वाली शोभा मजूमदार पर एक महीने पहले कथित रूप से टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमलाकर बुरी तरह घायल कर दिया था. सोमवार को उनकी मौत हो गई. इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, पश्चिम बंगाल में एक 80 साल की वृद्ध महिला को टीएमसी के गुंडों ने बेरहमी से पीटा, उनकी जान चली गई. उसका कसूर ये कि उसका बेटा, उसका परिवार बीजेपी का समर्थक है. बीजेपी का कार्यकर्ता है. पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी को चेतावनी दे रही है कि अब बंगाल में टीएमसी का गुंडाराज नहीं चलेगा.
इससे पहले, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने भी महिला की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, वृद्ध मां शोभा मजूमदार जी की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करें. बेटे गोपाल मजूमदार के बीजेपी कार्यकर्ता होने के कारण उनको अपनी जान गवानी पड़ी. उनका बलिदान को सदैव याद किया जाएगा. ये भी बंगाल की मां थी, बंगाल की बेटी थी. बीजेपी हमेशा मां और बेटी की सुरक्षा के लिए लड़ती रहेगी.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, बंगाल की बेटी शोभा मजूमदार के निधन से आक्रोशित हूं, जिन्हें टीएमसी के गुंडों ने बेरहमी से पीटा था. उनके परिवार का दर्द और घाव लंबे समय तक ममता दीदी को परेशान करेगा. बंगाल हमारी बहनों और माताओं के लिए एक सुरक्षित राज्य की लड़ाई लड़ेगा.