देवबंद में यूपी एटीएस की कार्रवाई, तीन संदिग्ध हिरासत में लिए

- बांग्लादेशी और बर्मा के बताए जा रहे हिरासत में लिए गए संदिग्ध
देवबंद [24CN]: यूपी एटीएस (आतंकवाद विरोधी दस्ते) ने शनिवार को नगर में एक हॉस्टल में छापा मारकर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। टीम तीनों को अपने साथ ले गई। बताया गया है कि हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्ध बांग्लादेश या म्यांमार (बर्मा) के नागरिक हो सकते हैं। एटीएस उनसे पूछताछ कर रही है।
शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे यूपी एटीएस की टीम ने दारुल उलूम चैक स्थित नजमी मंजिल (हॉस्टल) में छापा मारा। यहां से टीम ने कमरा नंबर 19 में किराए पर रह रहे कई लोगों को हिरासत में लिया है।
बताया गया है कि टीम ने तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। जिन्हें वह अपने साथ ले गई। कहा जा रहा है कि जिन लोगों को एटीएस ने हिरासत में लिया है वह बांग्लादेशी या म्यांमार (बर्मा) के नागरिक हो सकते हैं। हालांकि यह लोग कौन हैं और एटीएस इन्हें साथ लेकर क्यों गई है अभी इसकी आधिकारियों पुष्टि नहीं हुई है। स्थानीय अधिकारी भी एटीएस की कार्रवाई की पुष्टि तो कर रहे हैं। लेकिन कार्रवाई में कितनी लोगों को उठाया और क्यों इसके बारे में वह कुछ भी नहीं बता रहे हैं। अचानक हुई कार्रवाई से इलाके में अफरातफरी मच गई और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। कुछ लोगों का कहना है कि एटीएस ने जब उक्त लोगों को गाड़ी में बिठाया तो सभी लोगों के मुंह कपड़े से ढ़के थे। इस संबंध में हॉस्टल मालिक जीशान नजमी का कहना है कि कमरा नंबर 19 में जो व्यक्ति रह रहा है उसकी आईडी उनके पास जमा है। वह स्वयं को मदरसा छात्र बताकर 12 सितंबर 2021 से कमरा किराए पर लेकर रह रहा है। उसके साथ अन्य कौन था उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
तेलंगाना के फैज-उल-हक का है पहचान पत्र
देवबंद: एटीएस ने कमरा नंबर 19 से जिसे संदिग्ध को हिरासत में लिया है। उसने हॉस्टल मालिक के पास जो पहचान पत्र जमा कराया हुआ है। उसमें उसका नाम फैज-उल-हक लिखा हुआ है। निवासी सुलेमाननगर, विलेज आत्तपुर केवी रंगारेड्डय तेलंगाना है। एटीएस इसकी भी जांच पड़ताल कर रही है।
देवबंद में पहले भी पकड़े जा चुके हैं बर्मा व बांग्लादेशी नागरिक
देवबंद: एटीएस पहले भी देवबंद में कार्रवाई कर चुकी है। वर्ष 2019 में एटीएस ने नगर के कई स्थानों से छापा मारकर कई बार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसके अलावा 21 मई 2018 को एटीएस ने ही म्यांमार (बर्मा) के रहने वाले जुनैद खान को गिरफ्तार किया था। उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यहां की नागरिकता हासिल की हुई थी। इनके अलावा बांग्लादेश के एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़े कई लोगों को भी एटीएस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।