लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल को हटाए जाने पर यूपी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। जो आरोप लगाकर उनको पद से हटाया गया उसकी आलोचना करते हुए सपा चीफ ने कहा कि उन्हें ‘बचकाने’ आरोप लगाकर हटाया गया है। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि ‘उत्तर प्रदेश के डीजीपी को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे व अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है। क्या उनकी नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जांच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए।’
बता दें कि शासकीय कार्यों की अवहेलना और अकर्मण्यता जैसे गंभीर आरोपों के साथ मुकुल गोयल को पुलिस महानिदेशक के पद से बुधवार को हटा दिया गया था। यह भी आरोप लगाया गया है कि मुकुल गोयल विभागीय कार्यों में रुचि नहीं ले रहे थे। उन्हें नागरिक सुरक्षा महानिदेशक के पद पर भेजा गया। बाद में डीएस चौहान को प्रदेश का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है।
दस महीने दस दिन पहले यानी एक जुलाई, 2021 को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बनाए गए 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी मुकुल गोयल योगी सरकार के भरोसे पर खरे नहीं उतर सके थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पहले कार्यकाल से ही सख्त कानून व्यवस्था का संदेश दे रहे हैं। माफिया और अपराधियों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाई। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में भी जनता ने उन पर दोबारा भरोसा जताया, लेकिन हाल ही में कुछ घटनाओं से खाकी ने सरकार की जमकर किरकिरी करा दी थी।