Unnao Ki Beti Live: बिगड़ती जा रही कानपुर में भर्ती किशोरी की हालत, गांव में सपाइयों का हंगामा
कानपुर। असोहा थानाक्षेत्र के गांव में बुआ-भतीजी की मौत व एक किशोरी के गंभीर घायल होने की घटना ने लोगों को झकझोर दिया है। पूरी रात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर डटे रहे और गहन पड़ताल की। गुरुवार की सुबह बसपा और सपा के नेताओं ने पीड़ित पक्ष के घर के बाहर धरना दिया। पुलिस की पूछताछ के बाद छोड़े गए पीड़ित पिता को धरना स्थल से हटाने जाने पर सपाइयों ने हंगामा किया। किशोरियों के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव लाने से पहले प्रशासन ने सतर्कता के साथ तैयारी शुरू कर दी है। वहीं कानपुर अस्पताल में भर्ती किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही है।
कानपुर में भर्ती किशोरी की हालत बिगड़ी
बुआ-भतीजी दो किशोरियों की मौत के बाद तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही है। कानपुर के अस्पताल में भर्ती किशोरी को सीसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों की पूरी टीम उपचार में लगी है। अस्पताल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है, मीडिया कर्मियों को भी बाहर ही रोक दिया गया है। अस्पताल के हर फ्लार पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
गांव में सपाइयों का हंगामा
पुलिस की पूछताछ के बाद लौटे पीड़ित पिता को सपाइयों ने धरने पर बिठा लिया। इसपर पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो हालात तनावपूर्ण हो गया। सपाइयों ने नारेबाजी के साथ हंगामा शुरू कर दिया। धक्का-मुक्की के बीच किसी तरह पुलिस ने पीड़ित पिता को निकालकर पड़ोसी के घर पर लिटाया है।
गांव में पुलिस बल तैनात
पोस्टमार्टम के बाद किशोरी के शवों को गांव लाने से पहले पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। गांव में आठ थानों का फोर्स तैनात किया गया है। इसके साथ खुफिया भी अलर्ट हो गई है। पुलिस आला अधिकारी गांव में डेरा जमाए हैं। शवों के दफनाने के लिए गड्ढा खोदने आए पुलिस के बुलडोजर को स्वजन और सपाइयों ने वापस कर दिया है।
तीन डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम
मृतका दोनों किशोरियों के पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में तीन डाॅक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया था। पैनल में एक महिला डाॅक्टर, शुक्लागंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिला अस्पताल के डाॅक्टर को शामिल किया गया था।
दोनों शवों का पोस्टमार्टम हुआ पूरा, मृत्यु कारण स्पष्ट नहीं
सूत्रों के मुताबिक मृत्यु का कारण स्पष्ट न होने की वजह से विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। दुष्कर्म की आशंका पर स्लाइड बनवाई गईं हैं, जिन्हें जांच के लिए लखनऊ के विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। पोस्टमार्टम के पूर्व दोनों शवों का एक्सरे भी कराया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शवों के ले जाने के लिए मुख्य गेट पर एंबुलेंस भी तैयार खड़ी है। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सीओ बीघापुर कृपाशंकर और सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र बाहर मौजूद हैं। पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है।
मृतका के पिता को पुलिस ने छोड़ा
सपा-बसपा नेताओं का धरना शुरू होने के बाद पुलिस ने एक मृतका के पिता को थाने से छोड़ दिया है। वह गांव वापस आ गए हैं, उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ घटनाक्रम पूछताछ कर रही। धरने पर बैठे सपाइयों ने मृतका के भाई को भी छोड़ने का दबाव बनाया है। एएसपी विनोद पांडेय, एडीएम राकेश सिंह, एसड़ीएम राजेश चौरसिया, सीओ रमेशचंद्र प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
सपा-बसपा के नेताओं ने शुरू किया धरना
असोहा थाना क्षेत्र के गांव में गुरुवार सुबह सपा व बसपा के नेता और कार्यकर्ता पहुंच गये। सपा जिला उपाध्यक्ष सुनील रावत, बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम के साथ कार्यकर्ताओं ने मृतक किशोरियों के स्वजन को छोड़ने की मांग की। पुलिस पिता व भाई से थाने में बिठाकर पूछताछ कर रही है। इसे लेकर सपाइयों ने स्वजन को तत्काल छोड़ने की मांग की और पीड़ित परिवार के घर के निकट धरने पर बैठ गए। बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम ने स्वजन व मीडिया की उपस्थिति में शवों का पोस्टमार्टम कराने और अंतिम संस्कार कराने की मांग किया।
भीम आर्मी के लोगों ने रीजेंसी हॉस्पिटल का किया घेराव
शहर के रीजेंसी अस्पतला पहुंचे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा कियाव। रोकने गई पुलिस के साथ भी काफी देर तक बहस हुई। इस दौरान जब एसपी वेस्ट अनिल कुमार समझाने पहुंचे तो उनसे भी नोकझोंक हुई। भीम आर्मी के सदस्यों ने मांग की कि पीड़िता को दिल्ली के हॉस्पिटल में किया जाए रेफर।
स्वजन व ग्रामीणों से रात भर पूछताछ
उन्नाव के असाेहा में हुई घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुधवार की रात भर अलर्ट रहे। रात में घटनास्थल पर पहुंची आइजी लक्ष्मी सिंह और फिर एडीजी जोन एसएन साबत ने छानबीन और पूछताछ करने के बाद थाने का रुख किया। इसके बाद देर रात दोनों अधिकारी डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी के साथ गांव पहुंचे। स्वजन व ग्रामीणों से रातभर पूछताछ चली। एडीजी जोन और आइजी रेंज के लखनऊ चले जाने के बाद एसपी गुरुवार सुबह करीब छह बजे फिर से घटनास्थल पर पहुंच गए।
वह टीम के साथ घटनास्थल का फिर से निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस टीम खेतों में गेंहूं की फसल खड़ी होने की वजह से फसल का भी ध्यान रख रही है कि खराब न हो सके और साक्ष्य मिल जाएं। घायल किशोरी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। सूत्रों की मानें तो पुलिस अफसरों को घटना में कई अहम सुराग मिले हैं, हालांकि अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।