नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2025) के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अब सत्ता की चाभी के लिए चुनावी गुणा-भाग जोरों पर है। इस बार दिल्ली चुनाव में पूर्वांचली, मुस्लिम-दलित गठजोड़ के साथ निम्न और मध्य वर्ग में भाजपा की सेंध ने विपक्षी आप और कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। दलों के कार्यकर्ता अपने-अपने हिसाब से आंकड़ों पर चर्चा और गुणा-भाग करने में जुटे हुए हैं।चर्चा है कि भाजपा ने बड़ी संख्या में इन दोनों समूहों के मतदाताओं पर गहरा असर किया है, यही वजह है कि इस वर्ग का मतदान भाजपा के पक्ष में पड़ा है। माना जाता है कि दिल्ली के करीब 1.56 करोड़ मतदाताओं में से 80 लाख इसी समूह से संबंध रखते हैं।
आप के पक्ष में 45 प्रतिशत
एक्सिस माय इंडिया के एक्जिट पोल के दावे भी इसे पुष्ट करते हैं। एक्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में 17 प्रतिशत ऐसे मतदाता हैं, जो कि झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं। इसमें से 46 प्रतिशत ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया है। जबकि आप के पक्ष में 45 प्रतिशत है। ऐसा माना जाता है कि झुग्गी-झोपड़ी में भाजपा को मतदान प्रतिशत 20-25 ही रहता है।
सभी इलाकों में दिखा रहे भाजपा की बढ़त
एक्सिस माय इंडिया के अनुसार, कॉलोनी और फ्लैट में रहने वाले 68 प्रतिशत मतदाताओं में से 48 प्रतिशत भाजपा के पक्ष में जबकि आप के पक्ष में 42 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रमुख एक्जिट पोल के अनुसार भाजपा को उत्तर-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक, बराड़ी, बादली, संगम विहार, पालम, करावलनगर और पटपड़गंज समेत उन सभी इलाकों में भाजपा की बढ़त दिखा रहे हैं, जहां कभी कांग्रेस और उसके बाद आप का वर्चस्व हुआ करता था।दिल्ली में 660 से अधिक झुग्गी-झोपड़ी कॉलोनी है। पहले यह मतदाता कांग्रेस के पक्ष में थे, लेकिन वर्ष 2013 में आप की एंट्री से यह मतदाता आप की ओर स्थानांतरित हो गया। अब इन बस्तियों को आप का गढ़ माना जाता रहा है।
बूथवार मतदान के आंकड़े अभी जारी नहीं हुए
वहीं, मतदान के बाद एक्जिट पोल बता रहे हैं कि अबकी विधानसभा चुनाव में इन इलाकों में भी भाजपा का न सिर्फ दखल रहा, बल्कि भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में पूर्व से ज्यादा मतदान हुआ है। हालांकि निर्वाचन की ओर से बूथवार मतदान के आंकड़े अभी जारी नहीं हुए हैं।
भाजपा ने मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में किया बेहतर प्रदर्शन
एक्जिट पोल के आंकड़े बता रहे हैं कि भाजपा को इन इलाकों में भी 50 प्रतिशत के करीब मत प्राप्त हुए हैं। सर्वे के अनुसार इतना ही नहीं इस बार भाजपा ने मुस्लिम मतदाता बाहुल विधानसभा क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है। इतना ही मुस्लिम मतदाता भी बंटा है। जो कि यह प्रदर्शित करता है कि भाजपा ने जहां इन क्षेत्रों में अपनी पहुंच और प्रभाव बढ़ाया, वहीं यहां के मतदाताओं ने मुफ्त की योजना के साथ ही विकास और रोजी-रोजगार को तरजीह दी है।अगर पिछले लोकसभा चुनाव के साथ-साथ एमसीडी चुनाव के दौरान आम मतदाताओं के मुद्दों पर नजर डाले इन चुनावों में भी आम मतदाताओं के वहीं मुद्दे थे, जोकि इस विधानसभा के भी मुद्दे थे।