उलेमाओं ने डीजे व बैंडबाजे वाली शादियों में शामिल नहीं होने की ली शपथ

बेहट [24CN] । इसलाहे मुआसरा कमेटी के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में उलेमाओं ने शादी में डीजे, बैंडबाजा व फिजूलखर्ची होने पर शादी में शामिल न होने की घोषणा की तथा अपील की कि इधर-उधर फिजूलखर्च न कर बच्चों को उच्च शिक्षा व मार्डन बनाने में लगाया जाए।

बेहट कोतवाली क्षेत्रांतर्गत गांव घाघरौली स्थित मदरसा जामिया रहमत में आयोजित जलसा इसलाहे मुआसरा में उलेमाओं ने शपथ ली कि जिस शादी में डीजे व बैंडबाजा बजेगा तथा नाच गाना होगा वहां शिरकत नहीं की जाएगी तथा बारात की रस्म को भी खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मस्जिद में शादी के साथ निकाह किया जाएगा। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य डा. मौलाना अब्दुल मालिक मुगीसी ने बताया कि निकाह को आसान बनाने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई है। शादी में आतिशबाजी, गाना-बजाना, वीडियोग्राफी और गलत कामों को न करने की अपील की गई।

साथ ही शपथ ली गई कि जहां डीजे व बैंडबाजा बजेगा वहां वे शामिल नहीं होंगे। मौलाना हकीम मोहम्मद अब्दुल्ला मुगीसी व मौलाना सलमान बिजनौरी, उस्ताद दारूल उलूम देवबंद ने मुस्लिम युवाओं ने बढ़ती बुराई को दूर करने के लिए भी अपील की गई। साथ ही दहेज न लेने-देने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अपने बच्चों की धार्मिक शिक्षा व प्रशिक्षण के बारे में चिंतित होना चाहिए।

कार्यक्रम में मदरसे के 45 हाफिज बच्चों की दस्तारबंदी कर उन्हें सनद प्रदान की गई। कार्यक्रम को मुफ्ती अहसान कासमी, मौलाना इनामुल्ला कासमी, रफीउल महदुल इस्लामी मानकमऊ, मुफ्ती असजद बेहट, मौलाना तबरेज आलम, अब्दुल माजिद निजामी, मौलाना अब्दुल कासमी, खलीफा पीर जुल्फकार, नक्सबंदी, मुफ्ती इमरान कासमी, मौलाना अब्दुल खालिक मुगीसी व सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान मौलाना मो. ताहिर, सूफी मोइनुद्दीन, शाह अतीक, कारी जीशान कादरी, बाबा इकराम बैंगलूर, हाजी यामीन कर्नाटक, हाजी रियाज महाराष्ट्र, मौलाना मुनव्वर कर्नाटक, मौलाना आसिफ नदवी, मौलाना सलमान नदवी, वसीम अकरम त्यागी आदि मौजूद रहे।