आंख में सुरमा या दवा डाल लेने से भी रोजा नहीं टूटता: उलमा
देवबंद [24CN] : पवित्र रमजान माह में अगर रोजेदार ने भूल से कुछ खा लिया या पानी आदि पी लिया तो क्या रोजा टूट जाएगा। इस पर उलमा का कहना है कि भूलवश खा पी लेने से रोजा नहीं टूटेगा। उसी तरह आंख में सुरमा या दवा डाल लेने से भी रोजा नहीं टूटता।
दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब ने फरमाया कि अगर रोजेदार भूल से कुछ खा ले या पी लें तो उसे रोजा पूरा करना चाहिए, क्योंकि उसे अल्लाह ने खिलाया-पिलाया है। अगर कोई शख्स रोजे की हालत में भूलकर कुछ खा पी रहा हो तो यह देख लेना चाहिए कि वह शख्स वृद्ध और कमजोर है या फिर नौजवान और तंदरुस्त। अगर बूढ़ा और कमजोर है तो देखने वाले को यह चाहिए कि वह उस व्यक्ति को खाने दे और रोजे के बारे में याद न दिलाए, लेकिन यदि तंदरुस्त है तो उसे याद दिलाना वाजिब है।
मौलाना ने इस्लामी पुस्तक फतावा-ए-आलमगीरी का हवाला देते हुए बताया कि रोजे की हालत में आंखों में दवा डालना या सुरमा लगाना दुरुस्त है। मौलाना नसीम शाह ने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण ने हमें घेरा हुआ है। हमें इस पाक महीने की अपनी इबादतों में इस महामारी के खात्मे के लिए दुआ करनी चाहिए। साथ ही कोरोना से बचाव को बताई गई गाइडलाइन को भी पूरी तरह अपनाना चाहिए।