कंगना विवाद के बीच बोले उद्धव-महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश, मेरी खामोशी कमजोरी नहीं
मुंबई महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रविवार को पहली बार कोरोना काल में जनता के सामने आए। इस दौरान उद्धव ने कहा कि आज मैं राजनीति की बात नहीं करूंगा। उद्धव ने कहा कि अभी कोरोना संकट खत्म नहीं हुआ है बल्कि बढ़ता जा रहा है लेकिन महाराष्ट्र में इतने खराब हालात नहीं है जितने दिखाए जा रहे हैं। सीएम ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र का नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है, इसका जवाब मैं बाद में दूंगा क्योंकि आज राजनीति पर बात नहीं होगी।
अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय के एक हिस्से को ढहाने और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में राज्य सरकार के कदमों को लेकर राजनीतिक आलोचनाओं पर मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन में लोगों को भरोसा दिया कि वह राजनीतिक संकट से भी लड़ेंगे। ठाकरे ने कहा कि राजनीति पर जवाब देने के लिए मुझे मुख्यमंत्री का मुखौटा उतारना होगा। मैं नहीं बोलता इसका यह मतलब नहीं कि मेरे पास जवाब नहीं है।
उद्धव ने कहा कि मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी न समझा जाए। महाराष्ट्र में लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन हुआ। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने इस दौरान काफी सहयोग किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। कुछ हम उठाएंगे, कुछ आप उठाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 सितंबर से हम ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ नाम की एक मुहिम शुरू करने जा रहे हैं। हमारी कोशिश यह रहेगी की आने वाले दिनों में हर घर में जाकर स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी। इसके लिए मुझे सभी विधायकों और सांसदों की जरूरत होगी। बता दें कि इन दिनों अभिनेत्री कंगना रनौत और उद्धव सरकार के बीच विवाद चल रहा है।
उद्धव ठाकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख अंश
- हम उम्मीद और प्रार्थना कर रहे हैं कि वैक्सीन दिसंबर, जनवरी तक उपलब्ध हो जाए।
- हम राज्य में 15 सितंबर से प्रत्येक घर में स्वास्थ्य जांच शुरू करेंगे। स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करने के लिए टीमें हर घर का दौरा करेंगी। हम ऑक्सीजन की कमी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
- अतीत में कई तूफान आए हैं, इसमें राजनीतिक उठा पटक भी शामिल है लेकिन मैं राजनीतिक तूफानों को संभालने में सक्षम हूं।
- हमने 29.5 लाख किसानों के कर्ज माफ किए हैं, हमने इस साल रिकॉर्ड कपास की खरीद की है, हमने राज्य भर में 3.60 लाख बेड बढ़ाए हैं।
- मेरी पूरी कोशिश है कि मराठा आरक्षण मिले, हमने इसे लेकर विपक्ष से भी बात की है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपको पूरा न्याय मिले।
- मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन न करें, गलतफहमी न फैलाएं। मराठा आरक्षण मामले में न्याय मिले, सरकार की पूरी कोशिश है।