एकनाथ शिंदे के सम्मान पर शरद पवार से नाराज हुए उद्धव ठाकरे! महाविकास अघाड़ी में बढ़ी तकरार, अब आगे क्या होगा?

एकनाथ शिंदे के सम्मान पर शरद पवार से नाराज हुए उद्धव ठाकरे! महाविकास अघाड़ी में बढ़ी तकरार, अब आगे क्या होगा?

मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति दिलचस्प होती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक शरद पवार के हाथों एकनाथ शिंदे को मिले सम्मान से उद्धव ठाकरे नाराज हैं। बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे की इस नाराजगी का असर महाविकास अघाड़ी पर पड़ सकता है। दरअसल, कल दिल्ली में शरद पवार के हाथों एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार दिया गया। ठाकरे सेना सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने शरद पवार के हाथों पर एकनाथ शिंदे को सम्मानित किए जाने पर नाराजगी जताई है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना (UBT) का कहना है कि कि शिवसेना तोड़ने वाले एकनाथ शिंदे का सम्मान शरद पवार को नहीं करना चाहिए। शरद पवार को ठाकरे परिवार की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए था।

उधर, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “क्या आप जानते हैं कि यह पुरस्कार किसने दिया? राजनीतिक नेताओं को दिए जाने वाले ऐसे पुरस्कार या तो खरीदे जाते हैं या बेचे जाते हैं।” बता दें कि एकनाथ शिंदे को दिल्ली में होने वाले 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के उपलक्ष्य में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में पवार द्वारा महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर एकनाथ शिंदे ने इस मौके पर शरद पवार की तारीफ भी की। शिंदे ने कहा कि यह उनसे सीखने वाली बात है कि राजनीतिक क्षेत्र से परे जाकर अच्छे संबंध कैसे बनाकर रखे जा सकते हैं।

पवार गुगली गेंदें भी फेंकते हैं-शिंदे

एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘‘पवार गुगली गेंदें भी फेंकते हैं, जिन्हें समझना मुश्किल होता है। मेरे पवार के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन उन्होंने मुझे कभी ‘गुगली’ नहीं फेंकी। मुझे पूरा भरोसा है कि वह भविष्य में भी मुझे गुगली नहीं फेंकेंगे।’’ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं, जिससे ढाई साल की कम अवधि में राज्य में विकास कार्य सुनिश्चित हुए।

एकनाथ शिंदे ने कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र में इतने कम समय में हुए विकास कार्यों के भी गवाह रहे हैं। शिंदे ने आगे कहा, ‘‘वह (पवार) मुझे अक्सर फोन करते हैं। किसी को पवार से सीखना होगा कि राजनीतिक सीमाओं से परे जाकर रिश्ते कैसे बनाकर रखे जाते हैं।’’  बता दें कि दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 98वां अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन 21 से 23 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। पवार सम्मेलन की स्वागत समिति के अध्यक्ष हैं।