PM मोदी-CM फडणवीस का नाम लेकर उद्धव ठाकरे बोले, ‘मैं किसी को भी दुश्मन नहीं मानता लेकिन…’

शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस को एक ‘असहाय’ सीएम करार दिया. उन्होंने कहा कि फडणवीस अपने शासनकाल में बड़े पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में विफल रहे हैं. सीएम फडणवीस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी को भी दुश्मन नहीं मानता, प्रधानमंत्री को भी नहीं. लेकिन राज्य की मौजूदा स्थिति को देखते हुए (बीजेपी नीत महायुति) के पास प्रचंड बहुमत होने के बावजूद मुख्यमंत्री ‘हतबल’ (असहाय) दिख रहे हैं. भ्रष्टाचार के कई मामलों के बावजूद मुख्यमंत्री भ्रष्ट व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने में असहाय दिख रहे हैं.’’
बीजेपी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं- उद्धव
चुनावी राज्य बिहार में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा का हवाला देते हुए ठाकरे ने केंद्र से महाराष्ट्र की महिलाओं को वित्तीय सहायता देने की अपील की. उद्धव ठाकरे ने पुणे में महिलाओं और शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं की सभाओं को संबोधित किया. उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. पुणे यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स द्वारा आयोजित एक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकरे ने यह भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) को भारतीय जनता पार्टी से हिंदुत्व पर प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है, जो ‘‘देश के भीतर दीवारें खड़ी कर रही है.’’
इसके आगे उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक खूबसूरत देश है. इसकी एक महान संस्कृति है. हालांकि, इन लोगों (बीजेपी) ने पूरे माहौल को बिगाड़ दिया है और इसे नर्क बना दिया है. इन लोगों ने देश के भीतर दीवारें खड़ी कर दी हैं. मैं इसे और बिगड़ने से रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं.’’
बीजेपी राज्य या केंद्र में सरकार नहीं चला सकती- उद्धव
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने आरोप लगाया, ‘‘मैंने बार-बार कहा है कि बीजेपी राज्य या केंद्र में सरकार नहीं चला सकती. नरेन्द्र मोदी सरकार कश्मीर और मणिपुर के मुद्दों का समाधान करने में विफल रही है.’’ उन्होंने कहा कि बीजेपी देश को तानाशाही के रास्ते पर ले जा रही है.
सीएम फडणवीस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी को भी दुश्मन नहीं मानता, प्रधानमंत्री को भी नहीं. लेकिन राज्य की मौजूदा स्थिति को देखते हुए (बीजेपी नीत महायुति) के पास प्रचंड बहुमत होने के बावजूद मुख्यमंत्री ‘हतबल’ (असहाय) दिख रहे हैं. भ्रष्टाचार के कई मामलों के बावजूद मुख्यमंत्री भ्रष्ट व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने में असहाय दिख रहे हैं.’’
हमारा हिंदुत्व प्रगतिशील रहा है- पूर्व सीएम
ठाकरे ने आरोप लगाया कि फडणवीस सरकार भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद करने में विफल रही है. हिंदुत्व का दामन छोड़ने की आलोचना (2019 में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ गठबंधन के बाद) का जवाब देते हुए, शिवसेना नेता ठाकरे ने दावा किया कि मुसलमानों को खुश करने के लिए बीजेपी ने ही ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान शुरू किया था. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बीजेपी से हिंदुत्व पर किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है. मेरे दादा (प्रभोदनकर ठाकरे) एक प्रसिद्ध सुधारक थे. हमारा हिंदुत्व प्रगतिशील रहा है.’’
ठाकरे ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘बड़ी-बड़ी बातें’ करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की भी आलोचना की. राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 के बालाकोट हवाई हमले और हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के जरिये यह दिखा दिया है कि देश अपने नागरिकों की रक्षा और भारत की एकता व अखंडता की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर किसी भी सीमा को पार कर सकता है.
लाडकी बहनों को आर्थिक मदद की सख़्त जरूरत- उद्धव
महिलाओं के एक समूह को संबोधित करते हुए, ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ़ वोट हासिल करने के लिए चुनावों के दौरान महिलाओं को दो-तीन महीने तक आर्थिक मदद दी. उन्होंने कहा, ‘‘यह धोखा है. लाडकी बहनों को आर्थिक मदद की सख़्त जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने आगामी महाराष्ट्र दौरे के दौरान कुछ मदद की घोषणा करेंगे.’’
ठाकरे ने कहा कि जब बिहार को आर्थिक मदद की जरूरत थी, तब (केंद्र) सरकार ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप मदद दे रहे हैं, तो उसे सिर्फ बिहार तक सीमित न रखें; देश की सभी महिलाओं तक पहुंचाएं. ये महिलाएं कोई पेड वोटर नहीं हैं.’’
शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, ठाकरे ने ‘‘शाखाएं’’ या शाखा कार्यालय स्थापित कर पार्टी नेटवर्क का विस्तार करने का आह्वान किया.
शिवसेना को तोड़ने की कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी- उद्धव
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना, उन्होंने कहा कि शिवसेना को तोड़ने की कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव जीत सकती है, बशर्ते वह कड़ी मेहनत करे.
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘वोट चोरी अवैध मतदान का नतीजा है. हम वही काम क्यों नहीं कर सकते जो राहुल गांधी जी ने किया है? फर्जी मतदाताओं का पता लगाएं. हम लोकसभा चुनाव जीत गए, लेकिन विधानसभा चुनाव हार गए, जो कुछ समय बाद ही हुआ था.’’