जीव के लिए प्राणदाता का साधन है तुलसी: कालेंद्रानंद

जीव के लिए प्राणदाता का साधन है तुलसी: कालेंद्रानंद
  • सहारनपुर में तुलसी विवाह कार्यक्रम में शामिल श्रद्धालु।

सहारनपुर। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि तुलसी जीव के लिए प्राणदाता का महान साधन है। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में आयोजित तुलसी विवाह में श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने तुलसी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि तुलसी ने सृष्टि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया।

इस कारण नारायण सालीग्राम के रूप में प्रकट हुए और उन्होंने तुलसी को अपनी अद्र्धांग्नि के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि प्रकृति में तुलसी एक ऐसा आधार है जो 24 घंटे आक्सीजन देकर प्राण वायु के रूप में जीवनदान देने का काम करती है। इसलिए जो प्राणदाता है, जो प्राणों का संवद्र्धन करे उसकी पूजा होना आवश्यक है। इसलिए नियमित रूप से तुलसी की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक आधार पर तुलसी के पौधे में एंटीबायोटिक आधार तत्व पाए जाते हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं।

उन्होंने कहा कि तुलसी में औषधीय गुण होने से यह कई रोगों में रामबाण साबित होती है। इसलिए हमारे जीवन में तुलसी का बहुत महत्व है। इस दौरान मेहर चंद जैन, राजेंद्र धीमान, विकास वर्मा, अश्विनी काम्बोज, सुचेता, राजबाला, बबीता, करूणा, वैशाली आदि श्रद्धालु मौजूद रहें