ट्रंप ने की भारतवंशी विजय शंकर को सर्वोच्च कोर्ट में जज बनाने की सिफारिश

ट्रंप ने की भारतवंशी विजय शंकर को सर्वोच्च कोर्ट में जज बनाने की सिफारिश

वाशिंगटन ।  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  के निर्णय पर सीनेट की मुहर लगने के बाद भारतीय मूल के एडवोकेट विजय शंकर अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी की सर्वोच्च अदालत में जज बन जाएंगे।

ट्रंप ने एडवोकेट विजय शंकर को कोलंबिया की डिस्‍ट्रिक्‍ट कोर्ट ऑफ अपील्स में एसोसिएट जज के रूप में नॉमिनेट किया है। एडवोकेट विजय शंकर की नियुक्ति पर सीनेट की मंजूरी के बाद उनका कार्यकाल 15 साल के लिए होगा। विजय शंकर हाल ही में रिटायर्ड होने वाले जॉन आर फिशर का स्थान लेंगे। कोलंबिया की डिस्‍ट्रिक्‍ट कोर्ट ऑफ अपील्स वाशिंगटन डीसी की सर्वोच्च कोर्ट है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विजय शंकर को पिछले साल जून में नामांकित किया था। वर्तमान में वह न्याय विभाग के अपराध डिवीजन में लिटीगेशन काउंसिल के पद पर कार्य कर रहे हैं। न्याय विभाग में आने से पहले विजय शंकर प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे। विजय शंकर ड्यूक विश्वविद्यालय से विधि स्नातक हैं। इसके आगे उन्होंने वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ में शिक्षा प्राप्त की।वर्ष 2012 में वे डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस से जुड़े थे। इसके पहले एडवोकेट विजय शंकर वाशिंगटन डीसी में ही मेयर ब्राउन के ऑफिस और LLC and Covington & Burling, LLP के साथ प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे। लॉ स्कूल से ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने United States Court of Appeals for the Second Circuit में जज चेस्टर जे. स्ट्रॉब के लॉ क्लर्क के तौर पर काम किया था।

उन्होंने ड्यूक यूनिवर्सिटी से BA (सहप्रशंसा के साथ) किया फिर यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ से अपनी ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री ली। उन्होंने वहां पर वर्जीनिया लॉ रिव्यू के नोट्स ए़़डिटर के तौर पर भी काम किया था। यहां वो Order of the Coif के सदस्य भी थे, जो अमेरिका में लॉ ग्रेजुएट्स की ऑनर सोसाइटी है।