बिना भेदभाव गरीबों तक योजनाएं पहुंचाना ही सच्चा सेकुलरिज्म : नरेन्द्र मोदी
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर लखनऊ में बने ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन किया। 65 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैले राष्ट्र प्रेरणा स्थल में वाजपेयी के साथ ही डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भव्य कांस्य प्रतिमा लगाई गई हैं। प्रेरणा स्थल को आधुनिक बताते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों और लखनऊ वासियों को बधाई दी।
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह स्थल लखनऊ की भूमि की नई प्रेरणा का साक्षी है। इसकी विस्तार से चर्चा करने से पहले मैं देश और दुनिया को क्रिसमस की शुभकामनाएं देता हं। भारत में भी करोड़ों ईसाई परिवार क्रिसमस का उत्सव मना रहे हैं। यह उत्सव सभी के जीवन में खुशियां लाए। आज अटल जी की जयंती का यह दिन, सुशासन के उत्सव का भी दिन है। लंबे समय तक देश में गरीबी हटाओ जैसे नारों को ही सुशासन मान लिया गया था, लेकिन अटल जी ने सही मायनों में सुशासन को जमीन पर उतारा। आज डिजिटल पहचान की इतनी चर्चा होती है, उसकी नींव रखने का काम अटल जी की सरकार ने ही किया था।
करोड़ों भारतीयों ने गरीबी को किया परास्त
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव के गरीबों तक योजनाएं पहुंचाना ही सच्चा सेकुलरिज्म है। कल्याणकारी योजनाओं में जाति-धर्म का भेद नहीं हाेना चाहिए। बीते दशक में करोड़ों भारतीयों ने गरीबी को परास्त किया है, गरीबी को हराया है। यह तभी संभव हुआ, क्योंकि भाजपा सरकार ने जो पीछे छूट गया था, उसे प्राथमिकता दी, जो अंतिम पंक्ति में था उसे प्राथमिकता दी।
भाजपा सरकार ने पीछे की पंक्ति में खड़े लोगों को प्राथमिकता के साथ आगे लाने का काम किया है। जो बैंक खाता कुछ लोगों तक की सीमित थे, बीमा भी कुछ लोगों तक ही सीमित था, लेकिन भाजपा सरकार ने बीमा ज्योति योजना लाकर अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी लाभ दिलाने का काम किया, आज इस स्कीम से 25 करोड़ से ज्यादा गरीब जुड़े हैं।
2014 से पहले, करीब 25 करोड़ देशवासी ऐसे थे, जो सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में थे। आज करीब 95 करोड़ भारतीय इस सुरक्षा कवच के दायरे में हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री सडक सुरक्षा बीमा योजना चल रही है, इससे भी करीब 55 करोड़ गरीब जुड़े हैं। ये वे गरीब देशवासी हैं जो पहले बीमा के बारे में सोच नहीं पाते थे। 25 हजार करोड़ का क्लेम बीमा कराने वाले परिवारों को पहुंचा है। गरीब परिवारों के लिए यह पैसा आज काम आ रहा है।
आदिवासियों के योगदान को उचित सम्मान
पीएम माेदी ने कहा कि हमारे यहां दशकों तक आदिवासियों के योगदान को उचित सम्मान नहीं दिया गया। हमारी सरकार ने ही भगवान बिरसा मुंडा का भव्य स्मारक बनवाया। अभी कुछ सप्ताह पहले ही छत्तीसगढ़ में शहीद नारायण सिंह आदिवासी म्यूज़ियम का निर्माण हुआ है।
उत्तर प्रदेश में महाराजा सुहेलदेव का स्मारक भाजपा सरकार में बना। यहां निषादराज और प्रभु श्रीराम की मिलन स्थली को अब जाकर मान-सम्मान मिला। आज यूपी की चर्चा विकास के लिए होती है। अयोध्या में राम मंदिर और काशी में विश्वनाथ मंदिर दुनिया में नई पहचान बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा में सम्मान करने का संस्कार नहीं है जबकि उनकी सरकार ने मुलायम सिंह यादव समेत अन्य लोगों का सम्मान किया। आज उत्तर प्रदेश में सुशासन का राज है प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने ही कश्मीर में धारा 370 की दीवार को गिरा दिया
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस जमीन पर यह प्रेरणा स्थल बना है,उसकी 30 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कूड़े कचरे का पहाड़ जमा हुआ था। पिछले तीन वर्ष में कूड़े के पहाड़ को पूरी तरीके से खत्म किया गया। इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी श्रमिकों और योजनाकारों, मुख्यमंत्री और उनकी टीम को बधाई। पीएम माेदी ने कहा कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल, उस सोच का प्रतीक है, जिसने भारत को आत्मसम्मान, एकता और सेवा का मार्ग दिखाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 25 दिसंबर को ही महाराजा बिजली पासी जी की भी जन्म जयंती है। महाराजा बिजली पासी जी ने वीरता, सुशासन और समावेश की जो विरासत छोड़ी, उसे हमारे पासी समाज ने गौरव के साथ आगे बढ़ाया है। यह भी एक संयोग ही है कि अटल जी ने वर्ष 2000 में महाराजा बिजली पासी जी के सम्मान में डाक टिकट जारी किया था। मैं इस महान दिन पर महामना मालवीय जी, अटल जी और महाराजा बिजली पासी जी को श्रद्धापूर्वक नमन और वंदन करता हूं।
उन्हाेंने कहा कि 25 दिसंबर का यह दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्म का अद्भुत सुयोग लेकर भी आता है। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी, भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय जी, इन दोनों महापुरुषों ने भारत की अस्मिता, एकता और गौरव की रक्षा की और राष्ट्र निर्माण में अपनी अमिट छाप छोड़ी।
