कैंडल मार्च निकालकर दी शहीदों को श्रद्धांजलि
सहारनपुर [24CN] । अखिल भारतीय पंजाबी महासभा के तत्वावधान में देश विभाजन के समय शहीद हुए 10 लाख पंजाबी शहीदों को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। रायवाला कपड़ा मार्किट में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी राधेश्याम नारंग, जिला संयोजक पं. धीरज भारद्वाज, वरिष्ठ नेता महेंद्र तेनजा व जिलाध्यक्ष पं. राजकुमार भारद्वाज ने कहा कि 1947 में जब देश के पंजाब प्रांत का विभाजन भारत व पाकिस्तान के रूप में हुआ था तो उस समय सबसे ज्यादा पंजाबी समाज को जानमाल का नुकसान हुआ था। उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज के लोगों ने अपने बुजुर्गों व बच्चों को शहीद व अपनी सम्पत्ति को लुटते देखा है लेकिन देशहित में उन्होंने पाकिस्तान में रहना स्वीकार नहीं किया बल्कि हिंदुस्तान में रहने का निर्णय इसलिए लिया था कि वह हिंदुस्तान से प्रेम करते थे। उन्होंने कहा कि आजादी के 73 साल बीतने के बावजूद आज भी किसी भी सरकार ने पंजाबियों की कोई सुध ली और न ही पंजाबियों को पुन: स्थापित करने के लिए कोई योजना बनाई।
उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज ने स्वयं सडक़ पर उतरकर छोटे से छोटे काम करके अपने आपको पुन: स्थापित किया तथा हर अवसर पर आगे रहकर देशहित में अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि आज हमें उन बुजुर्गों व शहीदों पर गर्व है जिन्होंने हमें लगनशील, मेहनती व देशप्रेमी बनने के लिए प्रेरित किया। जिनकी बदौलत पंजाबी समाज आज अपनी मेहनत के बल पर पूरे देश में एक अलग पहचान बनाए हुए है तथा सभी पंजाबी समाज की परम्पराओं का अनुसरण करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने पंजाबी समाज के युवाओं का आह्वान किया कि वह नशा आदि गलत प्रथाओं पर लगाम लगाकर आपसी भाईचारे को मजबूत बनाने का काम करें ताकि सभी राजनीतिक दलों को पंजाबी समाज के वजूद का एहसास कराया जा सके तथा पंजाबी समाज को अपनी जनसंख्या के अनुपात में संसद व विधानमंडलों में प्रतिनिधित्व मिल सके। इस दौरान पं. गुलशन पाराशर, सुमित भारद्वाज, नीलकंठ शर्मा, ओमप्रकाश कंसल, वीरेंद्र बहल, सुभाष धमीजा, अशोक कालिया, संजय मल्होत्रा, सुनील विरमानी, सुभाष धमीजा, सुभाष पसरीचा, सुनील बजाज, खैराती लाल बतरा, तुलसी बतरा, राजकुमार कालड़ा, सार्थक नारंग, रोहित नारंग आदि मौजूद रहे।