विश्व स्काउटिंग के जनक बेडेन पावेल को सेल्यूट के साथ दी श्रद्धांजलि

विश्व स्काउटिंग के जनक बेडेन पावेल को सेल्यूट के साथ दी श्रद्धांजलि
  • सहारनपुर में पुण्यतिथि पर विश्व स्काउटिंग के जनक बेडेन पावेल के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए।

सहारनपुर। विश्व स्काउटिंग के जनक बेडेन पावेल को हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड्स उत्तर प्रदेश में पुण्यतिथि पर सेल्यूट कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई और समाज सेवा के कार्य करने का संकल्प लिया गया। आज कोर्ट रोड स्थित निर्भय पाल शर्मा मार्केट में लघु उद्योग भारती के कार्यालय पर विश्व स्काउटिंग के जनक बेडेन पावेल को 84वी पुण्यतिथि पर सेल्यूट के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस अवसर पर बेड़ेन पॉवेल के द्वारा स्काउटिंग के क्षेत्र में दिए गए उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मनोज सिन्धी सचिव हिन्दुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ध् उत्तराखंड ने बताया कि बेडेन पावेल का जन्म 22 फरवरी, 1857 को लंदन, इंग्लैंड में हुआ था। उन्होंने चार्टरहाउस स्कूल में शिक्षा प्राप्त की और 1876 में ब्रिटिश सेना में शामिल हो गए। उन्होंने अफ्रीका और भारत में कई अभियानों में भाग लिया और एक कुशल सैन्य अधिकारी के रूप में ख्याति प्राप्त की वे भारत के विभिन्न भू भागो पर सेना में सेवा दी वे यहाँ की भौगोलिक स्तिथि से प्रभावित थे।

उस समय भारत एक कृषि प्रधान देश था। यहाँ पर हर व्यक्ति की आय कृषि पर आधारित थी। उन्होंने देखा कि भारतीय किसान दिन भर खेत मे मेहनत करता है और श्याम होने पर चैपाल में बैठ मनोरंजन अपने लोक नृत्यों व गायनो से करता था।

इसी से प्रभावित होकर बेडेन पावेल ने आर्मी में सैनिकों को तनाव मुक्त करने के लिए कैम्प फायर का आयोजन कराया करते थे। स्काउटिंग आंदोलन की स्थापना बेडेन-पावेल ने युवाओं के लिए एक संगठन बनाने का विचार तब आया जब वे दक्षिण अफ्रीका में  बोर वॉर के मिशन पर गए थे, वहां पहुचे तो सेना के जवान बीमार होने लगे और सेना के जवानों का स्वस्थ न होना उनको चिंतित करने लगा फिर उनको एक युक्ति सूझी ओर उन्होंने कुछ बालको को अपने पास बुलाकर उन्हें खेल खेल में प्रशिक्षण दिया जिससे वे बालक प्रशिक्षित हो गए और सेना के सैनिकों का कार्य उन बालकों से लिया।

1907 में, बेडेन-पावेल ने ब्रिटेन में बॉय स्काउट्स एसोसिएशन की स्थापना की। इस संगठन का उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व, सहयोग और सेवा की भावना विकसित करना था। कार्यक्रम में वरुण यादव, सरवत जमाल, सरफराज खान, डॉ. मोहम्मद सलीम, श्रीमती प्रेरणा चैधरी, तंजीम फातिमा, अमित कुमार, विष्णु चाहर, अग्रवाल मोहम्मद शाकिर आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मो. मुस्तकीम अंसारी ने किया।