दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से सफर होगा सुपरफास्ट, लेकिन जेब पर पड़ सकता है भारी बोझ; टोल रेट जानकर हैरान हो जाएंगे आप!
दिल्ली से देहरादून का सफर 5-6 घंटों नहीं, बल्कि 2 से 2:30 घंटे में पूरा होने का सपना जल्द हकीकत बनने वाला है। जिस दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का लोग सालों से इंतजार कर रहे थे, वह यात्रा को बेहद तेज और आरामदायक बना देगा। हालांकि, इस सुपरफास्ट सफर की एक कीमत भी चुकानी होगी। एक्सप्रेसवे से कार से यात्रा करने वालों को टोल टैक्स के रूप में अच्छी-खासी रकम खर्च करनी पड़ सकती है, जिसे जानकर आम यात्रियों की चिंता बढ़ गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली से देहरादून तक कार से सफर करने पर करीब 670 रुपये टोल टैक्स देना पड़ सकता है। भले ही एक्सप्रेसवे का पूरा हिस्सा अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इसके लिए टोल शुल्क का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही एक्सप्रेसवे पूरी तरह से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा, वैसे ही ये प्रस्तावित टोल दरें लागू कर दी जाएंगी।
दिल्ली से देहरादून तक संभावित टोल दरें
| यात्रा | कार | हल्के मालवाहक वाहन | बस-ट्रक |
| दिल्ली से काठा | 232 रुपये | 376 रुपये | 788 रुपये |
| दिल्ली से रसूलपुर | 417 रुपये | 676 रुपये | 1418 रुपये |
| दिल्ली से गणेशपुर | 563 रुपये | 912 रुपये | 1912 रुपये |
| दिल्ली से देहरादून | 670 रुपये | 1085 रुपये | 2275 रुपये |
राहत की बात
राहत की बात यह है कि दिल्ली से बागपत में स्थित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) तक जाने पर फिलहाल कोई टोल नहीं देना होगा। यानी जो यात्री इस हिस्से तक ही सफर करेंगे, उनकी जेब पर एक्स्ट्रा बोझ नहीं पड़ेगा। लेकिन देहरादून तक पूरे रूट पर सफर करने वालों को टोल टैक्स के लिए तैयार रहना होगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का रूट
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की शुरुआत अक्षरधाम मंदिर के पास से होती है और यह लोनी, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा। फिलहाल अक्षरधाम से बागपत के मवीकलां के पास ईपीई तक 31.6 किलोमीटर का हिस्सा ट्रायल के लिए खोला गया है, जहां से वाहन चालक एक्सप्रेसवे के अनुभव का अंदाजा लगा सकते हैं।
एक्सप्रेसवे पर होंगे 5 टोल
पूरे एक्सप्रेसवे पर कुल पांच टोल प्लाजा बनाए जा रहे हैं, जबकि यात्रियों की सुविधा के लिए 12 इंटरचेंज भी तैयार किए गए हैं। इन इंटरचेंज के जरिए आसपास के शहरों और कस्बों से एक्सप्रेसवे पर आसानी से एंट्री और एग्जिट मिल सकेगी।
