व्यापारियों ने राज्य सरकार से की विशेष आर्थिक राहत पैकेज की मांग
सहारनपुर [24CN]। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की बैठक में व्यापारियों ने कोरोना संक्रमणकाल के दौरान व्यापारियों की चरमराई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार से विशेष आर्थिक राहत पैकेज जारी करने की मांग की।
जनता रोड स्थित शिविर कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष जयवीर राणा ने कहा कि वर्ष 2020 में लगातार तीन माह तक लॉकडाउन लागू रहने से व्यापार व बाजार पूरी तरह बंद रहे तथा वर्ष 2021 में भी पुन: कोरोना संक्रमण के कारण बाजार बंद रहने से व्यापारियों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। उनके ऊपर कर्मचारियों का वेतन, बिजली के बिल, जीएसटी व इनकम टैक्स के साथ-साथ बैंकों का ब्याज व ईएमआई जमा करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में व्यापारियों को अपनी चरमराई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आर्थिक राहत पैकेज के रूप में सहायता की जरूरत है। उन्होंने मांग की कि व्यापारियों का चार माह का विद्युत बिल, बैंकों का ब्याज व ईएमआई माफ होनी चाहिए तथा जो व्यापारी जीएसटी में पंजीकृत है, ऐसे व्यापारी की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर उनके परिजनों को दस लाख रूपए का दुर्घटना बीमा मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो व्यापारी जीएसटी में पंजीकृत नहीं है। यदि कोरोना के कारण उनकी मृत्यु होती है और वे खाद्य व श्रम विभाग में पंजीकृत हैं तो उनके परिजनों को भी पांच लाख रूपए का मुआवजा मिलना चाहिए। बैठक में जिला महामंत्री डा. आदित्य राठी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप सैनी, कोषाध्यक्ष अमित मदान, युवा जिलाध्यक्ष अमित ढींगरा, युवा जिला महामंत्री जौली प्रजापति, युवा जिला कोषाध्यक्ष दिव्यलोक त्यागी आदि सहित भारी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।