लखनऊ : बुंदेलखंड को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल की दर तय कर दी गई है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने फिलहाल 25 प्रतिशत की छूट के साथ इन दरों को तय कर दिया है।

टोल कब से लगेगा अभी यह तय नहीं है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर फर्राटा भरने वाले वाहनों के लिए टोल की दर तय कर दी गई है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर 610 रुपये का टोल तय किया है। फिलहाल तो दरें 25 प्रशित छूट के साथ तय की गईं हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर कार के जरिए चित्रकूट से इटावा तक सफर करना चाहते हैं तो आपको एक तरफ के 610 रुपये खर्च करने होंगे। यह एक्सप्रेसवे पर लगने वाला टोल है। अभी इस एक्सप्रेसवे पर मुफ्त यात्रा चल रही है, सरकार इस एक्सप्रेसवे वे पर टोल लगाने की तैयारी में है।

 

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उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल की दरें तय की हैं। फिलहाल 25 प्रतिशत की छूट कुल 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल में फिलहाल 25 प्रतिशत छूट देने का फैसला किया गया है। इस पर कुल टोल टैक्स 812 रुपये पर 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसके बाद टोल 610 रुपया होगा। इस पर कार और हल्के वाहन के लिए 2.45 पैसा प्रति किलोमीटर तथा मिनी बस के लिए 3.90 पैसा प्रति किलोमीटर की दरें की गई हैं। इस पर टोल को लेकर आगरा-लखनऊ और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे टोल प्रबंधन आपस में जुड़ेंगे।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर टोल की दरें

वाहन की श्रेणी                                            टोल दरें रुपये में (25 प्रतिशत छूट के साथ)

कार, जीप, वैन या हल्का वाहन                       610

हल्के व्यावसायिक वाहन मिनी बस                  965

बस या ट्रक                                                1935

भारी निर्माण कार्य मशीन                                2965

विशाल आकार वाहन                                     3795

सात जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेस

वे 296 मिलोमीटर लम्बे चार लेने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस से जुड़ा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से चित्रकूट से राजधानी दिल्ली का सफर करीब आठ घंटे में पूरा किया जा सकता है। जिसके लिए पहले 12 से 13 घंटे का समय लगता था। इस पर सफर करने वाले के चार से पांच घंटे बचते हैं।

वाहनों व टोल की नवीनतम जानकारी उपलब्ध होगी

आगरा-लखनऊ व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर टोल प्रबंधन सिस्टम आपस में जुड़ेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल इटावा पर खत्म होता है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से बड़ी संख्या में वाहन यहां से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर आते हैं। इसी तरह इस एक्सप्रेस वे से आ रहे वाहन चित्रकूट, महोबा जाने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जा रहे हैं। इन दोनों पर आने वाले वाहन व टोल वसूली से अपडेट दोनों एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा को देने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, होगा आर्थिक विकास

उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी बढऩे के साथ ही आर्थिक विकास तेज होगा और नौकरियों के अवसर में भी इजाफा होगा। इस एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किया जाएगा। जालौन व बांदा को इंडस्ट्रियल हब की तर्ज पर बनाया जाएगा।

  • 301 किमी लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कार चालकों व हल्के वाहनों पर 25 प्रतिशत छूट के साथ 650 रुपये टोल लगता है
  • 348 किमी के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कार चालकों व हल्के वाहनों पर 25 प्रतिशत छूट के साथ 675 रुपये टोल लगता है

पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया शिलान्यास तथा उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 फरवरी, 2020 को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की नींव रखी थी। एक्सप्रेस वे 28 महीनों में बनकर तैयार हुआ। इसके बाद पीएम मोदी ने ही बीती 16 जुलाई को जालौन जिले के ओराई तहसील के कैठारी गांव में इसका उद्घाटन भी किया था। चार लेन का बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे करीब 14 हजार 850 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ है। इसे आगे छह लेन का बनाने की योजना है। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी की देखरेख में हुआ है।