Tokyo Paralympics: कृष्णा नागर ने गोल्ड जीत रचा इतिहास, बैडमिंटन में अबतक मिले 4 पदक

- बैडमिंटन में नोएडा के डीएम सुहास एल यतिराज ने सिल्वर मेडल हासिल करके भारत का मान बढ़ाया. वहीं बैडमिंटन में ही कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया है
नई दिल्ली : टोक्यो पैरालंपिक (tokyo paralympics) में रविवार को जीत का सिलसिला जारी है. बैडमिंटन में नोएडा के डीएम सुहास एल यतिराज ने सिल्वर मेडल हासिल करके भारत का मान बढ़ाया. वहीं बैडमिंटन में ही कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया है. एसएल6 क्लास फाइनल में कृष्णा नागर ने हांगकांग के चु मान केइ 21-17, 16-21, 21-17 को हराया. टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन में यह भारत का चौथा पदक है. कृष्णा से पहले बैडमिंटन में प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) गोल्ड, सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) सिल्वर और मनोज सरकार (Manoj Sarkar) ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं.
कृष्णा नागर के गोल्ड जीतते ही भारत की पदकों की संख्या 19 हो गई है. टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अब तक 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. भारत टोक्यो पैरालंपिक में निशानेबाजी में 5 और बैडमिंटन में 4 पदक जीत चुका है.
सीएम गहलोत ने कहा हमें तुमपर गर्व है
कृष्णा नागर राजस्थान के रहने वाले हैं. 21 साल के कृष्णा छोटे कद के खिलाड़ी हैं. जब कृष्णा महज 2 साल थे तभी डॉक्टर्स ने कह दिया था कि उनकी लम्बाई ज्यादा नहीं बढ़ेगी. कृष्णा 4.6 फीट के हैं. कृष्णा नागर ने अप्रैल में दुबई में पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दो स्वर्ण पदक जीते थे. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कृष्णा की इस उपलब्धि पर बधाई दी है. अशोक गहलोत ने कहा कि यह एक शानदार उपलब्धि हैं, हमें गर्व है तुमपर.
हॉन्गकॉन्ग के मान को हराया
रविवार को कृष्णा नागर ने बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएच6 फाइनल में हॉन्गकॉन्ग के चू मान काई को हराया. कृष्णा ने चू मान काई को 21-17, 16-21, 21-17 से मात दी.
कृष्णा से पहले भारत को प्रमोद भगत ने गर्व करने का मौका दिया था. प्रमोद भगत ने भी बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीता. प्रमोद के गोल्ड जीतने के बाद कृष्णा नागर दूसरे शटलर बन गए हैं जिन्होंने गोल्ड जीता है.