आज अलीगढ़ में पिछड़ों की एकजुटता दिखाएगी BJP, अमित शाह और CM योगी समेत दिग्गज नेता होंगे शामिल

अलीगढ़ः पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की दूसरी पुण्य तिथि पर सोमवार को भाजपा पूरी ताकत झोंकने जा रही है। उनके गृह जनपद में हिंदू गौरव दिवस मनाया जा रहा है।
नुमाइश मैदान में सुबह 11 बजे से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पीयुष गोयल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के अलावा केंद्र व राज्य सरकार के 30 से अधिक मंत्री आ रहे हैं।
आसपास के जिलों से करीब 50 हजार लोगों को बुलाया गया है। इनमें पिछड़े समाज के लोगों पर खास जोर है। कल्याण सिंह का लोध के साथ पिछड़ों पर खासा प्रभाव रहा है। राज्य की कई सीटों पर लोध समाज के मतदाता बड़ी संख्या में हैं। इन सीटों पर भाजपा की मजबूत पकड़ रही है।
2024 से जोड़कर भी देखा जा रहा
सार्वजनिक रूप से कारण भले ही कल्याण सिंह का स्मरण करना माना जा रहा है, लेकिन इसे लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
इस कार्यक्रम से भाजपा पिछ़ड़ों को एकजुट करने में जुटे विपक्ष को तो आईना दिखाएगी। साथ ही राम मंदिर आंदोलन के बाद हिंदूवादी छवि के नेता बने कल्याण सिंह के बहाने पार्टी अपनी हिंदूवादी छवि को धार देगी। श्रीराम मंदिर के लिए सत्ता ठुकराने के बाद कल्याण सिंह (बाबू जी) की हिंदुत्व के बड़े चेहरे के रूप में पहचान बनी। 21 अगस्त 2021 को निधन होने के बाद उनके अंतिम दर्शन करने वालों की भीड़ में जयश्रीराम के जयकारे गूंजते रहे थे।
अंतिम संस्कार में सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ से लेकर अतरौली तक डटे रहे। पहली पुण्यतिथि पर लखनऊ में स्मरण किया गया। इस बार दूसरी पुण्यतिथि पर प्रदेश का बड़ा आयोजन किया जा रहा है। माहौल राममयी बनाने की तैयारी है। कार्यक्रम स्थल और आसपास का क्षेत्र भगवा झंडोंं से पट गया है। सोमवार की सुबह शहर में भगवा रैली निकाली जानी है।
वहीं, कल्याण सिंह के प्रभावी क्षेत्रों से लोगों को बुलाने के लिए तैयारी की गई है। कल्याण सिंह हिंदूवादी नेता तो रहे ही हैं, लोधे वाली संसदीय सीटों पर भी उनका खासा प्रभाव रहा है। एटा से उनके बेटे राजवीर सिंह लगातार दूसरी बार सांसद हैं। पौत्र संदीप सिंह प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
लोध मतों का समर्थन भाजपा को मिलता रहा है, लेकिन पार्टी 2024 में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है। इसलिए माना जा रहा है कि लोध समाज के सहारे पिछड़ों को साधने की भी कोशिश होगी, क्योंकि विपक्षी दल पिछड़ों को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं। सपा मु्खिया अखिलेश यादव ने पिछड़ों, दलित और अल्पसंख्यक को मिलाकर पीडीए फार्मूला भी निकाल लिया है। भाजपा का आयोजन विपक्ष के लिए एक जवाब ही होगा।
30 से अधिक मंत्री आएंगे
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक सहित प्रदेश के 30 से अधिक मंत्री आएंगे। इनमें पर्यटन एंव संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, व्यावसायिक शिक्षा, लोक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद,
जिले के प्रभारी व गन्ना विकास एवं चीनी मिलें के कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मी नारायण,पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग के मंत्री कपिल देव अग्रवाल, ग्राम विकास विभाग एवं समग्र ग्राम विकास विभाग के मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, श्रम एवं सेवा योजन विभाग के राज्यमंत्री मनाेहर लाल, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप,
चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य के राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, उच्च शिक्षा विभाग की राज्यमंत्री रजनी तिवारी, उद्यान कृषि विपणन, कृषि विदेश बाजार एवं कृषि निर्यात के राज्यतंत्री दिनेश प्रताप सिंह, वन, पर्यावरण, जंतु उद्योग एवं जलवायु परिर्वतन विभाग के राज्यमंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना,
सहकारिता विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जेपीएस राठौर, आबकारी एवं मद्य निषेध विभाग राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, श्रम एवं सेवा योजना विभाग के राज्यमंत्री अनिल राजभर समेत राज्य सरकार के अन्य कई मंत्री शामिल हैं।