पटना में आज 11 बजे विपक्ष की महाबैठक, 2024 के चुनाव की रणनीति बनाने को जुटेंगे 15 दल

पटना। केंद्र से भाजपा की विदाई के लक्ष्य के साथ विपक्षी एकजुटता की महाबैठक शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास स्थित नेकसंवाद कक्ष में सुबह 11 बजे से होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर हो रही यह बैठक इस मायने में महत्वपूर्ण है कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित देश के तमाम विपक्षी दल के नेता इस बैठक में मौजूद रहेंगे। यह पहला मौका है जब केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ इस तरह से विपक्षी एकजुटता को लेकर बैठक हो रही है।
पीएम पद की बात न होकर वन फार वन फार्मूला पर होगी चर्चा विपक्षी एकजुटता को ले हो रही महाबैठक में इस बात पर कोई चर्चा नहीं होगी कि अगर विपक्ष को केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिला तो प्रधानमंत्री कौन होगा। बैठक में विपक्षी एकजुटता की चर्चा इस संदर्भ में होगी कि 2024 की लड़ाई में वन फार वन फार्मूले को आगे बढ़ाया जाए। इसके मूल में यह है कि जिस राज्य में जो दल भाजपा को जहां भी हराने की स्थिति में है वहां संपूर्ण विपक्ष मिलकर उसका साथ दे।
इसके लिए अपने हित की अनदेखी कर केंद्र में भाजपा को हराने की बात का ध्यान रखा जाए। देश के ज्वलंत मुद्दों पर विपक्षी दिग्गज रखेंगे अपनी बात मुख्यमंत्री के आरंभिक संबोधन से आरंभ होने वाली इस महाबैठक में विपक्ष के दिग्गज देश के ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे। इस क्रम में मंहगाई, बेरोजगारी, धार्मिक उन्माद को हवा देने व संवैधानिक संस्थाओं पर भाजपा के कब्जा किए जाने पर विशेष रूप से चर्चा होगी। पूरे देश के लिए जाति आधारित गणना कराने पर भी चर्चा होगी।
बताया जाएगा कि देश को बचाने के लिए किस तरह से विपक्ष का एकजुट होना जरूरी है। बात बनी तो संयोजक का नाम भी हो जाएगा तय विपक्षी एकजुटता की महाबैठक पटना में कराए जाने का प्रस्ताव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था। एक बार इस महाबैठक की तारीख तय होने के बाद इसे वजह से स्थगित करना पड़ा था कि राहुल गांधी देश में नहीं थे। उनके आने के बाद महाबैठक की नयी तारीख तय हुई। इस बात के आसार हैं कि अगर सब कुछ सही रहा तो विपक्षी एकता के अभियान को और आगे बढ़ाने के लिए संयोजक का नाम भी इस महाबैठक में तय हो जाएगा।
15 विपक्षी दलों के पास लोकसभा की 150 से अधिक सीटें
भाजपा के खिलाफ पटना में एकजुट होने वाले 15 दलों के पास लोकसभा की 153 सीटें हैं, जबकि अकेले भाजपा के पास लोकसभा की 303 सीटें हैं। विपक्षी एकता की मुहिम में शामिल दलों में सर्वाधिक 53 सीटें कांग्रेस के पास हैं। राजद, भाकपा माले और पीडीपी समेत तीन दल ऐसे हैं, जिनके पास एक भी लोकसभा सीट नहीं है। इसके अलावा अन्य 11 दलों के पास 100 सीटें हैं। इनमें सर्वाधिक 24 सीटें डीएमके के पास हैं। इसके अलावा ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पास 23, शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के पास 19 और मेजबान जदयू के पास 16 लोकसभा सीटें हैं। विपक्षी दलों की ताकत दल – लोकसभा सांसद कांग्रेस – 53 डीएमके – 24 टीएमसी – 23 शिवसेना – 19 जदयू – 16 एनसीपी – 05 समाजवादी पार्टी – 03 नेशनल कांफ्रेंस – 03 सीपीएम – 03 सीपीआइ – 02 जेएमएम – 01 आप – 01 राजद – 00 पीडीपी – 00 भाकपा माले – 00।
ये पहुंचे
1. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
2. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
3. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान
4. भाकपा नेता डी राजा
5. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती
ये आज आएंगे
1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी
2. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे
3.यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
4. पूर्व केंद्रीय मंत्री व एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार
5. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
6. सीपाीएम के महासचिव सीताराम येचुरी
7. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन
8. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला
9. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
पांच राज्यों के मुख्यमंत्री रहेंगे मौजूद
1. एमके स्टालिन- तमिलनाडु
2. ममता बनर्जी- पश्चिम बंगाल
3. अरविंद केजरीवाल- दिल्ली
4.भगवंत मान – पंजाब
5. हेमंत सोरेन- झारखंड
पूर्व मुख्यमंत्री भी रहेंगे मौजूद
1. अखिलेश यादव- उप्र
2. उद्धव ठाकरे- महाराष्ट्र
3. महबूबा मुफ्ती- जम्मू कश्मीर
4. उमर अब्दुल्ला- जम्मू कश्मीर
इन दलों की रहेगी उपस्थिति
1. कांग्रेस
2. राजद
3. जदयू
5. सपा
6. तृणमूल कांग्रेस
7. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
8. डीएमके
9. भाकपा
10. माकपा
11. भाकपा (माले)
12. शिव सेना (उद्धव-बाला साहब ठाकरे)
13 पीडीपी
14. नेशनल कांफ्रेंस
16. आप
17. आरएलडी
18 आल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटित फ्रंट