शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह और इंडिविर्टस हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने शैक्षणिक एवं वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह और इंडिविर्टस हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने शैक्षणिक एवं वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

गंगोह [24C N] : फार्मास्युटिकल शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह (सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) और इंडिविर्टस हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, मोहाली (पंजाब) ने 24 सितम्बर, 2025 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य फार्मास्युटिकल उत्पादों के निर्माण और विकास के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर कार्य करना, शैक्षणिक प्रकाशनों और रिपोर्ट का आदान-प्रदान, पेटेंट और अन्य बौद्धिक संपदा का सृजन, दवा उत्पादों के निर्माण और विकास के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान, उन्नत इनक्यूबेशन सह प्रशिक्षण कार्यक्रमों, ग्रीष्मकालीन/शीतकालीन इंटर्नशिप के लिए स्नातक छात्रों, स्नातकोत्तर छात्रों और शोधार्थियों का आदान-प्रदान करना आदि। इस समझौते में फार्मेसी, एम.टेक., एम.एससी., पीएचडी और एम.डी./एम.एस. (आयुर्वेद) और अन्य संबंधित कार्यक्रमों में नामांकित छात्रों के लिए अंतःविषय शिक्षा, शोध प्रबंध के लिए एक साझा मंच की आवश्यकता पर बल दिया गया है।

शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह से, माननीय कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह द्वारा इस मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए गए, तथा इंडिविर्टस हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, मोहाली (पंजाब) की ओर से फाउंडर एंड सीईओ डॉ. उपेंद्र जैन द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह ओर से प्रो.(डॉ.) भूपेंद्र चौहान व इंडिविर्टस हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से प्रबंध निदेशक वीना कंवर शामिल रहे। इस सहयोग के माध्यम से दोनों संस्थानों का लक्ष्य समृद्ध शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए अपने शैक्षणिक संसाधनों और बुनियादी ढांचे का लाभ उठाना है। समझौता ज्ञापन साझा सलाह, संसाधनों के आदान-प्रदान, सेमिनारों और संगोष्ठियों के माध्यम से नियमित अकादमिक बातचीत पर जोर देता है।

इस अवसर पर बोलते हुए, दोनों विश्वविद्यालयों के नेतृत्व ने आशा व्यक्त की कि यह साझेदारी उल्लिखित लक्ष्यों के अनुरूप छात्र विकास, शैक्षणिक संवर्धन और अनुसंधान उत्कृष्टता में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह साझेदारी सहयोगी शिक्षा, समग्र शिक्षा की संस्कृति बनाने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है, जिससे न केवल दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकाय को बल्कि व्यापक शैक्षणिक और अनुसंधान समुदाय को भी लाभ होगा।