पारदर्शी, निष्पक्ष और शांति पूर्वक पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां समय से पूरी करें – मण्डलायुक्त

- संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में फोर्स की तैनाती होंगी- ए0वी0राजमौलि
- पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का आशंका मन में पालने वालों के भीतर पुलिस का भय साफ दिखाई दें – पुलिस उपमहानिरीक्षक
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने मण्डल के सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 को पारदर्शी, निष्पक्ष और शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां समयबद्ध ढंग से पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि संवदेनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त मात्र में फोर्स की तैनाती की जाए। उन्होने कहा कि चुनाव के दृष्टिगत अपराधिक व अवांछनिय तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही में और अधिक तेजी लाई जाए। उन्होने कहा कि मण्डल में अवैध शराब और अवैध असलाह का कारोबार करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होने कहा कि निर्वाचन को प्रभावित करने वालों किसी भी व्यक्ति को बख्शा नही जायेगा। उन्होने कहा कि सैक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, पीठासीन अधिकारी तथा अन्य चुनाव से संबंधित कार्मिकों की समय से टेªनिंग कराई जाए।
श्री ए0वी0राजमौलि आज यंहा अपने कैम्प कार्यालय में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 की तैयारियों के सम्बन्ध में मण्डलीय समीक्षा में यह निर्देश दिये। उन्होने कहा कि मतदान कार्य को प्रभावित करने वाले किसी भी व्यक्ति को चाहे वो कितनी भी ऊंची पहुंच का क्यों ना हो बख्शा नहीं जायेंगा। उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से ग्रामों का भ्रमण करें। ग्रामीणों से संवाद कर मतदान को प्रभावित करने वाले लोगों को चिन्ति कर उनके विरूद्ध सुसंगत धाराओं में प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होने कहा कि संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान स्थलों का निरन्तर भ्रमण किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अपना मुखिबर तंत्र को सक्रिय करें। निर्वाचन के दृष्टिगत छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लिया जाए। उन्होने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान अधिक से अधिक मतदान केन्द्रों का भ्रमण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां पर चुनाव से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण है अथवा नहीं।
मण्डलायुक्त ने कहा कि अपराधिक छवि वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही में तेजी लाई जाए। उन्होने कहा कि मण्डल में असलाह को जमा कराने का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाए। उन्होने कहा कि निर्वाचन में कार्मिकों, वाहनो, चुनाव सामग्री आदि की आवश्यकता के सापेक्ष उपलब्धता का आंकलन कर समय रहते शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होने कहा कि नियमानुसार अपराधियों की सम्पत्ति को कुर्क करने की कार्यवाही में भी तेजी लाई जाए।
उन्होने कहा कि ईनामी अपराधियों के विरूद्ध तेजी से कार्यवाही की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान यह भी सुनिश्चित करें कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के नियमों का पालन हो रहा है अथवा नहीं। उन्होने कहा कि कोविड-19 के नियमों का पालन न करने वालों के विरूद्ध प्रवर्तन की कार्यवाही की जाए।
पुलिस उप महानिरीक्षक श्री उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि मण्डल में चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस बल की पर्याप्त उपलब्धता हैं। उन्होंने कहा कि संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर मानकों के अनुरूप समुचित फोर्स की तैनाती होगी। उन्होंने कहा कि बदअमनी फैलाने वालों तथा मतदान प्रभावित करने वालों को किसी भी स्तर पर बख्शा नहीं जायेंगा। उन्होने कहा कि प्रत्येक मतदान केन्द्र पर आवश्यकतानुसार पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जायेगी।
उन्होने कहा कि सभी क्षेत्राधिकारी तथा उपजिलाधिकारी संयुक्त भ्रमण कर चुनाव को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करें। उन्होने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवैध शराब का कारोबार करने वालों के विरूद्ध सघन अभियान जारी रखें। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के कारोबार में संलिप्तों को चिन्हित कर दण्ड़ित किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का आशंका मन में पालने वालों के भीतर पुलिस का भय साफ दिखाई देना चाहिए।
बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव तथा वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी सहारनपुर श्री अखिलेश सिंह, मुजफ्फरनगर श्रीमती सेल्वा कुमारी जे, शामली श्रीमती जसजीत कौर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर डाॅ0 एस. चनप्पा, मुजफ्फरनगर श्री अभिषेक यादव, पुलिस अधीक्षक शामली श्री सुकिर्ति माधव, मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर श्री प्रणय सिंह, मुजफ्फरनगर श्री आलोक यादव सहित मण्डल के सभी वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी, स्वास्थ्य, राजस्व और पंचायत विभाग आदि के अधिकारी मौजूद थे।