हर्षोल्लास के साथ मनाया तीर्थंकर महावीर का 2551वा मोक्षकल्याणक
- सहारनपुर में तीर्थंकर भगवान महावीर का निर्वाण कल्याणक दीपावली उत्सव मनाते जैन समाज के श्रद्धालु।
सहारनपुर। जैन समाज आवास विकास द्वारा भगवान महावीर का 2551वां निर्वाण कल्याणक दीपावली उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। तीर्थंकर वर्धमान-महावीर जैन धर्म के अंतिम 24वें तीर्थंकर हैं जिनको कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन प्रत्युष काल में बिहार राज्य के नालन्दा जिले की पावापुरी सिद्धक्षेत्र से निर्वाण प्राप्त हुआ था। ग्रन्थ साहित्य, पुरातत्व, अभिलेखों के वर्णन अनुसार ऐसे प्रमाण प्राप्त है।
इस अवसर पर देवताओं एवं वैशाली गणराज्य के राजाओं ने दीपक द्वारा पावापुरी को प्रबुद्ध किया था। उस समय के बाद से भारत के लोग जिनेन्द्र (यानी भगवान महावीर) के निर्वाणोत्सव पर उनकी की पूजा करने के लिए प्रसिद्ध त्यौहार दीपलिकष्मनाते हैं। जैन नववर्ष, दीपावली का दूसरा दिन कार्तिक सुदी एकम के दिन नये वीर निर्वाण संवत का आंरभ होता है। वर्तमान में भगवान महावीर के निर्वाण का 2551वां वर्ष है।
निर्वाणोतस्व के अवसर पर आवास विकास स्थित श्री महावीर जिनालय में प्रात: 4.00 बजे श्रावक-श्राविकाओं द्वारा श्रीफल अर्पित कर महावीर अष्टक का पाठ किया गया। तत्पश्चात सूर्योदय उपरांत श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा, निर्वाण लड्डु समर्पित किया गया। 2551वें निर्वाण कल्याणक के उपलक्ष में मूलनायक भगवान महावीर की प्रतिमा का सम्पूर्ण विश्व के कल्याणर्थ शांतिधारा की एवं 24 किलो का निर्वाण लाडू नरेंद्र कुमार जैन परिवार द्वारा अर्पित किया गया।
दीपावली महावीर मोक्ष कल्याणक के अवसर पर श्री दिगंबर जैन समिति के उपाध्यक्ष अजय कुमार जैन, मंत्री अनिल जैन, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार जैन, सदस्य पंचांग समिति प्रवीण जैन, श्रवण जैन, पंकज जैन,मुकेश जैन, विपिन जैन, पंडि़त जितेन्द्र शास्त्री, प्रवीण जैन रामपुर वाले आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।