तिलक और हिजाब भारत की संस्कृति और पहचान है: श्रीकांत त्यागी

- एसवीएम इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में श्रीकांत त्यागी को सम्मानित करते हुए
देवबंद: अखिल भारतीय भूमिहर त्यागी महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीकांत त्यागी ने कहा की तिलक और हिजाब देश की मुख्य संस्कृति है। जिसके सहारे ही देश में संस्कार और राष्ट्रवाद जिंदा है। हिजाब और तिलक को मुद्दा बनाकर लोगों को धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रही है।
रविवार को बचीटी गांव में स्थित एसवीएम मॉडल पब्लिक स्कूल में आयोजित अभिभावक संवाद सम्मेलन में पहुंचे श्रीकांत त्यागी का जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए श्रीकांत त्यागी ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहां सभी धर्मों को समानता का कानून मिला हुआ है। लेकिन आज कुछ ताकते देश को एक धर्म के नाम पर घोषित करने की मांग कर रहे हैं जो सीधी सीधी लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा एक धर्म के नाम पर जो देश अलग अलग हुए हैं उनमें पाकिस्तान व अन्य देशों की हालत पूरे विश्व के सामने है। उन्होंने कहा की तिलक और हिजाब इस देश की मुख्य संस्कृति है अगर यह जिंदा है तो देश में हिंदू मुस्लिम एकता मजबूत होगी।
श्रीकांत त्यागी ने कहा अभिभावकों को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सर्वधर्म सम्मान का पाठ भी पढ़ाना चाहिए। आपसी तालमेल और वैचारिक स्तर पर ही भारत मजबूत होगा और सच्चा राष्ट्रवाद भी यही है। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलेआम बोलते हुए सरकार की कुछ नीतियों पर भी सवाल उठाए। कार्यक्रम को पूर्व जिला अध्यक्ष शिव कुमार त्यागी, सरवन त्यागी, बिट्टू प्रधान, अभिषेक त्यागी ने भी संबोधित किया। इसके उपरांत स्कूल प्रबंधन की ओर से श्रीकांत त्यागी को भगवान परशुराम स्मृति चिन्ह भेंट किया।