मुठभेड़ में पुलिस के हत्थे चढ़े तीन शातिर चोर, एक फरार

- सहारनपुर में सरसावा पुलिस द्वारा मुठभेड़ में दबोचे गए पशु चोर व जानकारी देते एसपी देहात।
सरसावा। थाना सरसावा पुलिस ने मुठभेड़ में टॉपटेन व हिस्ट्रीशीटर अपराधी समेत तीन अंतर्राज्यीय पशु चोरों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की पिकअप गाड़ी, पशु व अवैध असलाह बरामद कर लिया।
पुलिस अधीक्षक देहात सागर जैन ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना सरसावा पुलिस ने थाना प्रभारी सूबेसिंह व उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार गिरि के नेतृत्व में अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे चैकिंग अभियान के तहत मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश नकुड़ फ्लाई ओवर के पास पिकअप गाड़ी में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। इस पर थाना सरसावा प्रभारी के नेतृत्व पुलिस तुरंत फ्लाईओवर के पास पहुंची तो वहां पिकअप गाड़ी में मौजूद चार बदमाशों ने जान से मारने की नीयत से पुलिस पार्टी पर फायर झोंक दी।
पुलिस ने अपना बचाव करते हुए जवाबी कार्यवाही करते हुए तीन बदमाशों अकबर पुत्र रियासत अली, जहूर पुत्र सत्तार निवासीगण कुम्हारहेड़ा थाना सरसावा, बुरहान पुत्र अब्दुल हकीम निवासी छजपुरा थाना जनकपुरी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उनका एक साथी सत्तार पुत्र जिंदा हसन निवासी कस्बा व थाना बेहट मौके से फरार हो गया। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से चोरी की दो भैंसें, चोरी की पिकअप गाड़ी, दो तमंचे 315 बोर मय चार जिंदा व दो खोखा कारतूस बरामद कर लिए। एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि दबोचा गया जहूर थाना सरसावा का टॉपटेन व हिस्ट्रीशीटर अपराधी है जिसके खिलाफ जनपद के विभिन्न थानों में 47 मुकदमें दर्ज हैं।
पूछताछ के दौरान दबोचे गए आरोपियों ने बताया कि उनके कब्जे से बरामद पिकअप गाड़ी को उन्होंने बेहट थाना क्षेत्र के गांव खिड़का भटकवा से चोरी की थी तथा बरामद भैंस उन्होंने 11/12 अगस्त की रात्रि थाना सरसावा क्षेत्र के गांव कलरी से चोरी की थी। उन्होंने बताया कि हम लोग गिरोह बनाकर जनपद सहारनपुर के आसपास व हरियाणा राज्य के जगाधरी, यमुनानगर, करनाल आदि जनपदों से पशु चोरी कर पैठों, सहारनपुर व आसपास के क्षेत्र में बेच देते हैं। तमंचा, कारतूस व चाकू पुलिस से बचने तथा जरूरत पडऩे पर इस्तेमाल करने के लिए अपने पास रखते हैं। आज भी हम चारों पिकअप गाड़ी से भैंसों को बेचने जा रहे थे तभी पुलिस से हमारा आमना-सामना हो गया जिस पर जहूर व बुरहान ने पुलिस पर तमंचे से फायरिंग की ताकि हम बचकर भाग जाएं परंतु पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया।