सहारनपुर: चाइनीज मांझे से पार्षद के छोटे भाई सहित तीन घायल, जिले में अब तक 12 लोग हुए जख्मी

सहारनपुर: चाइनीज मांझे से पार्षद के छोटे भाई सहित तीन घायल, जिले में अब तक 12 लोग हुए जख्मी

मकर संक्रांति के बाद से बार-बार चेताने और अभियान के दावों के बावजूद चाइनीज मांझे से होने वाली घटनाएं रुक नहीं रही हैं। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में अब नगर निगम में एक पार्षद के छोटे भाई सहित चार और लोग चाइनीज मांझे से घायल हो गए हैं। दो दिन बाद भी वसंत पंचमी पर जमकर पतंगबाजी होगी। इसके बावजूद चाइनीज मांझे की बिक्री पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। इससे आगे भी और हादसे की संभावना है।

नगर निगम के वार्ड नंबर आठ के मोहल्ले बिशनपुर निवासी और पार्षद अनिल कुमार का छोटा भाई अपने क्षेत्र में चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। इससे उसकी दोनों गालों पर गहरे जख्म हुए हैं। उसने एक चिकित्सक के यहां उपचार कराया है। इसके साथ ही देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव खूब बानपुर में भी एक युवक चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। उसका एक निजी चिकित्सालय में उपचार कराया गया।

इनके अलावा चंद्र नगर निवासी युवक अनीश कुमार और गलीरा रोड निवासी किशोर प्रदीप भी पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे की चपेट में आने से जख्मी हो गए। उनका पास के ही चिकित्सकों से उपचार कराया गया।

बता दें कि मकर संक्रांति के बाद से ही चाइनीज मांझे के कारण अब तक शहर में ही बच्चों सहित 12 लोग जख्मी हो चुके हैं। इसके अलावा देहाती क्षेत्रों में भी ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।

बता दें कि पिछले दिनों कमश्निर संजय कुमार ने मंडल के तीनों जिलों के अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे कि मकर संक्राति और आगामी वसंत पंचमी को देखते हुए चाइनीज मांझे की बिक्री पर अंकुश लगाया जाए। उन्होंने यहां तक चेतावनी दी थी कि यदि इन घटनाओं पर अंकुश न लगाया गया तो संबधित थाना प्रभारी जिम्मेदार होंगे।

कुछ दुकानों पर कार्रवाई करके खत्म किया अभियान
थाना कुतुबशेर, थाना मंडी के अलावा देहात के क्षेत्रों में पुलिस टीमों ने कुछ दुकानों पर कार्रवाई कर चाइनीज मांझे को जब्त करने और चालान की कार्रवाई की। मगर इसके बाद अभियान को भुला दिया गया। इसी का नतीजा है कि गुपचुप तरीके से चाइनीज मांझा बेचा जा रहा है और जान खतरे में पड़ रही है।

पुलिस कार्रवाई करेगी, लोग भी जागरूक हों
एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि चाइनीज मांझे को लेकर कुछ थानों में कार्रवाई की गई है। आगे भी कार्रवाई की जाएगी। मगर पतंगबाजी के शौकीन लोग और बच्चे गुपचुप तरीके से ऐसे मांझे ले आते हैं। लोगों को भी इसके खतरे के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। अभिभावक भी बच्चों को बताएं कि चाइनीज मांझा उनके लिए क्यों खतरनाक हैं।