बिजलीघर पर तीन दिन से चल रहा भाकियु का धरना समाप्त

  • एसडीएम ने बैंको मे बिना करोना टेस्ट रिर्पोट के न घुसने देने का तुगलकी फरमान भी वापस लिया, खेद भी जताया

नकुड [इंद्रेश त्यागी]। किसानो की समस्याओ को लेकर बीजली घर तीन दिन से चल रहा धरना समाप्त हो गया। एसडीएम के साथ दो दौर की वार्ता के बाद तीन दिनों मे किसानो की सभी समस्याओ के निस्तारण का आश्वासन मिलने के बाद भाकियु नेताओ ने धरना वापस लेने की घोषणा की। एसडीएम ने किसानो के बीच दो दिन पहले बिना कोरोना टेस्ट रिर्पोट के बैंकों मे घुसने पर रोक लगाने का तुगलकी फरमान वापस लेने की घोषणा की। साथ ही किसानों से इसके लिये माफी भी मांगी।

किसानों की समस्याओं को लेकर बिजलीघर पर चल रहा धरना स्थल पर शुक्रवार को युनियन के जिला नेर्तत्व के पंहुचने पर सरगर्मी बढ गयी। भाकियु के धरनारत नेताओ व कार्यकर्ताओ का जोश भी बढ गया। युनियन के जिलाध्यक्ष चौ0 चरण सिंह ने बिजली अधिकारियो पर किसानो का शोषण करने के आरोप लगाये। साथ ही चेताया कि बिजली अधिकारियो व प्रशासन को किसानो के आंदेालन को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

युनियन के मंडल सचिव सुरेंद्र कांबोज, युवा जिलाध्यक्ष अजय कांबोज डा. राजबीर सिंह महासचिव अशोक कुमार ने कहा कि जिस तरह से किसानो के कनेक्शन काटे जा रहे है। उन्हे बर्दाश्त नंही किया जायेगा। यमुना क्षेत्र किसानों के पांच हार्स पावर के नलकूपों को बिजलीअधिकारियों ने मनमाने ढंग से दस हार्सपावर मे बदल दिया है। पिडित किसानो ने दो वर्ष पूर्व ही अपने कागज बिजली अधिकारियो को देकर नलकूपों की जांच कर पुनः पांच हार्सपावर करने की अपील की थी। परंतु अधिकारियों ने इस पर ध्यान नंही दिया। आवासीय कनेक्शन पर लगाये गये मीटर अधिक रिडिंग दे रहे है। जिनकी कंही सुनवाई नंही है। खराब मीटर नंही बदले जा रहे है। इसे बर्दाश्त नंही किया जायेगा।

उधर भाकियु के जिला उपाध्यक्ष अजय कांबोज व जगपाल सिंह ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश मे बिजली की दर पूरे देश से अधिक है। जिससे किसानो व उपभोक्ताओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नंही किया जा सकता।

किसानो ने एसडीएम के तुगलकी फरमान जताया रोष
भाकियु नेताओ ने एसडीएम द्वारा दो दिन पूर्व बिना करोना टेस्ट रिर्पोट के बैकों में न घुसने देने के फरमान पर किसानों का गुस्सा फट पडा। धरना समाप्त करने के लिये धरना स्थल पर गये एसडीएम के सामने ही किसानो अपना रोष व्यक्त किया। धरना समाप्त करने के लिये एसडीएम व किसान नेताओं के बीच घंटो चली वार्ता में कोई समाधान नंही निकला तो एसडीएम वापस चले गये। पंरतु कुछ देर बाद एसडीएम पुनः किसानो के बीच गये तथा उन्हे सभी समस्याओ का तीन दिन में निस्तारण होने का आश्वासन दिया। साथ ही बैंको मे करोना रिर्पोट के बिना न घुसने देने के तुगलकी फरमान को भी वापस लने की घोषणा की। एसडीएम ने इस फरमान से किसानो को हुई परेशानी के लिये खेद भी जताया। साथ ही बिजली अधिकारियो ने बताया कि सिकंदरपुर बिजलीघर को नानौता से जोड दिया गया है। किसानो का आरोप था कि सिकंदरपर को नकुड से जोडने से नकुड का 120 केवी बिजलीघर ओवर लोड हो गया है।

एसडीएम के आश्वासन के बाद दुपहर बाद किसान नेताओ ने धरना वापस लेने की घोषणा कर दी। इस मौके पर संजय चौधरी, राजबीर सिंह, प्रदीप ठाकुर, रघुवीर सिंह, डा. इदरीश, सुरेश सैनी, प्रदीप, सोनू, केहर सिंह, पुनीत, प्रीतमसिंह, अरंविंद कुमार, बृजपाल सिंह , रणधीर सिंह, श्याम सिंह, धीरसिंह, कुलविंद्र सिंह, आदि उपस्थित रहे।