चीन में हाहाकार : तीन शहर पूरी तरह बंद, दो करोड़ लोगों के बाहर निकलने पर रोक
- कोरोनावायरस का डर : बस, ट्रेन, हवाई जहाज, सब-वे और नौकाएं बंद
- चीन में वायरस से 18 लोगों की मौत, 600 लोग गंभीर रूप से बीमार
- चीन के वुहान, हुआंग्गांग और इजोऊ शहर पूरी तरह से बंद किए गए
- डब्ल्यूएचओ ने कहा, यह वायरस अभी वैश्विक स्वास्थ्य आपदा नहीं
तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस से चीन में हाहाकार मच गया है। बीमारी को रोकने के लिए आपात कदम उठाते हुए वुहान समेत तीन शहरों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वुहान, हुआंग्गांग और इजोऊ में सिटी बसों सहित सार्वजनिक यातायात के सभी साधन, सब-वे, नाव, ट्रेन और हवाई जहाज सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
नागरिकों को आगाह किया गया है कि बिना महत्वपूर्ण वजह बताए शहर न छोड़ें। ऐसा करते हैं तो उन्हें सजा दी जाएगी। इस पाबंदी से करीब दो करोड़ लोग अपने-अपने शहरों में कैद हो गए हैं। चीन के हुबेई प्रांत के इन तीन शहरों में इस खतरनाक वायरस से 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 571 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं।
हेबेई प्रांत में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि
बीजिंग से लगे उत्तरी हेबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने एक बयान में कहा कि 22 जनवरी को वायरस से प्रभावित 80 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। हेबेई प्रांत में मौत के साथ चीन में इस वायरस के कारण अब तक 18 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है।
वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास शुरू
वहीं दुनियाभर में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। अब तक अज्ञात रहे इस वायरस को किसी जंगली जीव या उसके मांस से मानवों में फैलने की आशंका भी जताई गई है। सबसे पहले वुहान शहर को बंद करने का आदेश दिया गया। इसके बाद यहां से करीब 70 किमी दूर मौजूद हुआंग्गांग को बंद किया गया।
ऐसे ही आदेश इजोऊ के लिए दिए गए। इन शहरों के मुख्यालयों ने नोटिस में कहा है कि ऐसा कोरोनावारयस से हो रहे निमोनिया को रोकने और इलाज करने के लिए किया गया है। लोगों से घर से निकलने पर मास्क लगाने को कहा गया है। यह नोटिस लागू होने के समय से केवल एक घंटे पहले नौ बजे जारी किया गया।
इसमें सरकारी कर्मचारियों व सुरक्षा कार्यों में लगे लोगों को भी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने के लिए कहा गया है। वुहान ट्रांसपोर्ट हब, हनकोऊ रेलवे स्टेशन आदि बंदकर दिए गए हैं। हमेशा भीड़ से भरे रहने वाले यह स्थान सूनसान हो चुके हैं। रोक का पालन करवाने के लिए राजमार्गों पर सुरक्षा बलों को लगा दिया गया है।