तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलने वाले अब राम-राम, परशुराम जप रहेः योगी

तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलने वाले अब राम-राम, परशुराम जप रहेः योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने कुल 17 विधेयक पेश किए जो कि पारित हो चुके हैं। वहीं विस में सीएम योगी ने सभी को गणेश चतुर्थी की बधाई दी। इसके बाद उन्होंने श्रीराम के बहाने विपक्ष पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि रोम की भाषा बोलने वाले अब राम-राम बोल रहे हैं।

सीएम ने आगे कहा कि राम का नाम किसी भी नाम से लें उद्धार होगा फिर वो चाहें परशुराम नाम पर ही क्यों न हो, परशुराम के नाम में भी राम का नाम आता है। उन्होंने कहा कि आज लोग जाति की राजनीति कर जातिवाद का झंडा ऊंचा कर रहे हैं। इतना ही नहीं ‘कुछ लोग तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलते थे’ अब वही लोग राम-राम, परशुराम का जाप कर रहे हैं। ये नहीं जानते कि राम-परशुराम में कोई भेद नहीं, बस कुछ लोगों की बुद्धि में भेद है जो कि इनकी विभाजनकारी मंशा दिख रही है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू हुआ यूपी के लिए ये एक गौरव का विषय है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को ह्रदय से बधाई दी। उन्होंने कहा कि 492 वर्षों से इसका इंतेजार था- हम सब बहुत सौभाग्यशाली है। ‘प्रभु राम की ताकत को विश्व ने समझा’ है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वसम्मत से आया और राममंदिर निर्माण होने को है इसीलिए ‘कुछ लोग अपने अंदर की कुंठा को दबा नहीं पाए’।

उन्होंने कहा कि ‘कुछ लोग तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलते थे’अब लोग राम-राम, परशुराम का जाप कर रहे  ये भूल रहे कि लोकतंत्र में मर्यादा और धैर्य बहुत महत्वपूर्ण है। दरअसल संकीर्ण सोच वाले राम-परशुराम में भेद करते जबकि दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं। कुछ देर के लिए जनता की आंख में धूल झोंक सकते मगर विधाता से नहीं बच सकते हैं।