खरगोन में रामनवमी पर इस तरह की गई तलवारबाजी-बमबाजी

खरगोन में रामनवमी पर इस तरह की गई तलवारबाजी-बमबाजी
  • वीडियो में भीड़ के हाथों में तलवारें भी दिख रही हैं. दंगाई बाद में एक स्कूटर पर तलवार से कई वार भी करते हैं और उसे गिरा देते हैं.

खरगोन: रामनवमी पर मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा को लेकर एक वीडियो सामने आया है. इसमें साफ दिख रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही पथराव शुरू किया था. साफ पता चल रहा है कि रामनवमी का जुलूस तालाब चौक पर पहुंचते ही तालाब चौक मस्जिद की तरफ से पथराव हुआ था. वीडियो में भीड़ मस्जिद के विपरीत दिशा में भागते हुए दिख रही है. वीडियो से ये साफ हो रहा है कि पथराव और हमले की शुरुआत मस्जिद के बगल वाली गली से हुई थी. बाद में जुलूस में शामिल लोगों ने भी कुछ पत्थर फेंके, जिसके बाद फिर से मस्जिद के बगल वाली गली से पथराव हुआ,

वीडियो में भीड़ के हाथों में तलवारें भी दिख रही हैं. दंगाई बाद में एक स्कूटर पर तलवार से कई वार भी करते हैं और उसे गिरा देते हैं. मध्य प्रदेश खरगोन जिले में रामनवमी के दिन भड़की हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू चौथे दिन भी जारी है. वहीं लोग दहशत में हैं और प्रशासन लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिला रहा है. इसके साथ ही कई इलाकों से पलायन की खबर भी सामने आ रही हैं. गौरतलब है कि खरगोन में रामनवमी के दिन निकल रहे जुलूस में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी और जमकर पत्थरबाजी हुई पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े तो कई घरों और दुकानों में भी आग लगा दी गई. हालात बिगड़े तो कर्फ्यू लगा दिया गया.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 100 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं दंगाइयों की संपत्ति को जमींदोज किया जा रहा है. सुरक्षा के मद्देनजर चार भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी 15 डीएसपी सहित आरएएफ की कंपनी और बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू चौथे दिन भी जारी है. कई क्षेत्रों के लोग अब भी दहशत में हैं और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि रामनवमी की रात को उनके घरों पर पथराव हुआ था और पेट्रोल बम तक फेंके गए थे. वह रात अब भी उन्हें डराती है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कई परिवार और लोग अपना घर मकान छोड़कर पलायन करने की तैयारी में हैं और एक मकान पर तो जो त्रिवेणी चौक इलाके में आता है वहां यह लिखा नजर आ रहा है कि यह मकान बिकाऊ है. इस मामले में जब जिलाधिकारी अनुग्रह पी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. पलायन की बात पूरी तरह अफवाह है. पलायन की जो बात आ रही है उसकी पुष्टि के लिए वे स्वयं कुछ इलाकों में पहुंची तो लोगों ने कहा कि आखिर वे अपना घर छोड़कर क्यों जाएंगे.