कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने दिल्ली में हुए आतंकी विस्फोट मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस घटना में शामिल लोग ‘गुमराह’ हैं और उनकी हरकतें इस्लाम की सही तस्वीर पेश नहीं करतीं। उन्होंने विशेष रूप से उस वीडियो का उल्लेख किया जिसमें कथित आरोपी उमर उल नबी ने अपनी बात रखी थी, और कहा कि वह उस वीडियो से सहमत नहीं हैं।
आत्महत्या और निर्दोषों की हत्या इस्लाम में जायज नहीं
इमरान मसूद ने स्पष्ट किया कि इस्लाम में किसी भी परिस्थिति में आत्महत्या को जायज नहीं ठहराया गया है। उन्होंने कहा, “आप आत्महत्या कर रहे हैं, अपने साथ-साथ निर्दोष लोगों को भी मार रहे हैं, तो यह इस्लाम की तस्वीर नहीं है, न ही यह इस्लाम का रास्ता है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका धर्म उन्हें अपने देश से प्यार करना सिखाता है, और ऐसी हरकतें देश के खिलाफ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है और ये केवल कुछ ‘गुमराह’ लोगों की हरकतें हैं।