ये लोकतंत्र में भरोसा करने वाले लोग नहीं हैं…राहुल गांधी पर सम्राट चौधरी का पलटवार

राहुल गांधी ने महागठबंधन की ‘बिहार बंद’ रैली में कहा था कि जिस तरह महाराष्ट्र चुनाव में वोटों की चोरी हुई, उसी तरह की कोशिश बिहार में भी हो रही है। इसी को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी को खुद इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
राहुल गांधी के बिहार दौरे और महागठबंधन द्वारा ‘बिहार बंद’ पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ये लोग कामचोर लोग हैं। ये लोग कभी मेहनत नहीं कर सकते। बिहार के लोगों ने सहमति दे दी कि हम समीक्षा कराएंगे। ये लोग राजकुमार लोग हैं। गांधी परिवार का राजकुमार और लालू यादव का राजकुमार…ये लोकतंत्र में भरोसा करने वाले लोग नहीं हैं। राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने आगे कहा कि वो झारखंड, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश या कर्नाटक के लिए ऐसा क्यों नहीं कह रहे?
दरअसल, राहुल गांधी ने महागठबंधन की ‘बिहार बंद’ रैली में कहा था कि जिस तरह महाराष्ट्र चुनाव में वोटों की चोरी हुई, उसी तरह की कोशिश बिहार में भी हो रही है। इसी को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी को खुद इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। इन लोगों ने जनता के लिए कुछ नहीं किया, इसलिए जनता ने इन्हें घर भेज दिया। ये लोग घर बैठे चुनाव आयोग की नियुक्ति करते थे। हमारे देश की दुर्दशा का ज़िम्मेदार गांधी परिवार है। आज अगर बिहार पिछड़ा है, लोग डर के मारे पलायन कर गए हैं, तो ये सब लालू यादव की ही देन है।
गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ पटना में निर्वाचन आयोग के कार्यालय तक विरोध मार्च के दौरान ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा और राजग को लाभ पहुंचाने के लिए धांधली की गई थी। वे बिहार में भी इसे दोहराना चाहते हैं जो हम होने नहीं देंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण, मतदाता सूची में हेराफेरी करने के ‘महाराष्ट्र मॉडल’ का विस्तार है और इससे ‘‘न केवल लोगों के वोट देने के अधिकार को बल्कि उनके पूरे भविष्य को हथिया लिया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को संविधान की रक्षा करनी चाहिए… वह भाजपा के निर्देशों पर काम कर रहा है। इन निर्वाचन आयुक्तों को भाजपा ने ही नामित किया है। मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण चुनावी चोरी का एक प्रयास है। हम निर्वाचन आयोग को मतदाताओं, खासकर युवाओं के (मतदान के) अधिकार छीनने नहीं देंगे।’’