उत्तर प्रदेश चुनाव के बीच कांग्रेस को झटका, इन 28 पदाधिकारियों ने छोड़ी पार्टी

उत्तर प्रदेश चुनाव के बीच कांग्रेस को झटका, इन 28 पदाधिकारियों ने छोड़ी पार्टी
  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के बीच गोरखपुर में कांग्रेस पार्टी में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है. कल से आज तक कांग्रेस पार्टी के 28 पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के बीच गोरखपुर में कांग्रेस पार्टी में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है. कल से आज तक कांग्रेस पार्टी के 28 पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. टिकट बंटवारे से नाखुश और प्रदेश नेतृत्व पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी के महानगर, जिला और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के इस्तीफे और अंतर्कलह की वजह से एक बार फिर पूर्वांचल में कांग्रेस लड़ाई से बाहर होती दिखाई दे रही है.

कांग्रेस में खून पसीना बहाने वाले उपेक्षित

गोरखपुर कांग्रेस महानगर उपाध्यक्ष  रोहन पांडेय ने कहा कि पूर्वांचल में कांग्रेस पार्टी पहले ही लखखड़ाती अवस्था में दिख रही थी लेकिन अक्टूबर महीने में प्रियंका गांधी की जनसभा के बाद यहां कार्यकर्ताओं में जोश और पार्टी में संख्या भी दिखाई देने लगी थी. कार्यकर्ता दोगुने जोश से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे क्योंकि पार्टी नेतृत्व ने स्थानीय कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाने का वादा किया था लेकिन अब टिकट बंटवारे के बाद पदाधिकारियों में हुई बगावत ने कांग्रेस की स्थिति और भी कमजोर कर दी है. महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमलता चतुर्वेदी ने प्रदेश अध्यक्ष सहित कई लोगो पर सीधा आरोप लगाया है कि उन्होंने जिस तरह पार्टी की सेवा की उसके बदले उनको धोखा दिया गया. इनका कहना है कि गोरखपुर शहर सीट से ऐसी महिला को टिकट दिया गया है, जो अभी पार्टी में नई है और अपने सम्बन्धों की बदौलत वो टिकट पा गयी हैं. कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने में जिन कार्यकर्ताओं ने अपना खून पसीना बहाया वो आज उपेक्षित हैं और इसकी वजह से वो आज अपने पदों से इस्तीफा दे रही हैं.

कांग्रेस की सियासत में हलचल मच गई

गोरखपुर शहर से कांग्रेस उम्मीदवार चेतना पांडेय ने कहा कि एक साथ पार्टी के 28 महानगर, जिला और प्रदेश के पदाधिकारियों के इस्तीफे से गोरखपुर से लखनऊ तक कांग्रेस की सियासत में हलचल मच गई है. प्रियंका गांधी ने भी प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू से इन इस्तीफों के बारे में पूछताछ की है और नाराज कांग्रेसी नेताओं को मनाने के लिए कहा है.  हालांकि प्रेमलता सहित पार्टी के दूसरे पदाधिकारियों के आरोपों पर गोरखपुर शहर सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी चेतना पांडेय का कहना है कि दूसरे लोगों की तरह उन्होंने भी अपनी दावेदारी पेश की थी और यह भी कहा था कि अगर उनकी जगह किसी और को टिकट मिलेगा तो वह उस व्यक्ति का प्रचार करेंगी लेकिन उनको टिकट मिलने से जो लोग नाराज हैं उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए और उन्हें वापस अपने साथ जोड़ने के लिए वह प्रयास कर रही हैं.

कांग्रेस के लिए पूर्वांचल फतह का ख्वाब अभी और भी लंबा

कांग्रेस के प्रवक्ता सुरहिता करीम के मुताबिक उनकी पार्टी पूरी मजबूती से गोरखपुर से चुनाव लड़ रही है और पार्टी में थोड़ा बहुत गतिरोध चलता रहता है. जो लोग विरोध कर रहे हैं उनको मनाने की कोशिश में भी की जा रही है क्योंकि वह भी उनके ही लोग हैं.  हालांकि कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि बागियों को मनाने की कोशिशें तो जारी है लेकिन पार्टी में जिस तरह के विरोध के सुर उठ खड़े हो रहे हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि कांग्रेस के लिए पूर्वांचल फतह का ख्वाब अभी और भी लंबा होने वाला है.