‘बजट में कोई भेदभाव नहीं’, केंद्र ने विपक्ष के आरोपों को नकारा, पीयूष गोयल बोले – कांग्रेस के बहकावे में आ रहीं विपक्षी पार्टियां

‘बजट में कोई भेदभाव नहीं’, केंद्र ने विपक्ष के आरोपों को नकारा, पीयूष गोयल बोले – कांग्रेस के बहकावे में आ रहीं विपक्षी पार्टियां

नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को पेश किए गए बजट को लेकर केंद्र सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। जहां एक ओर विपक्ष बजट को पक्षपातपूर्ण बताते हुए राज्यों की अनदेखी का आरोप लगा रहा है तो वहीं सरकार का कहना है कि बजट में कोई भेदभाव नहीं है और विपक्ष केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इसे मुद्दा बना रहे है।

विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एएनआई से कहा, ‘बजट में कोई भेदभाव नहीं किया गया है।’ विपक्ष के मुख्यमंत्रियों की ओर से नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार करने के फैसले पर उन्होंने कहा, ‘विपक्ष पहले भी ऐसा करते आया है। 23 मई 2023 को अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन समेत विपक्ष के आठ मुख्यमंत्रियों ने विकसित भारत पर केंद्रित बैठक का बहिष्कार किया।’

राज्य का नहीं केंद्र का बजट है: हरदीप सिंह पुरी

बजट को लेकर हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘हम लोकतंत्र में चयनात्मक नहीं हो सकते। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट एक राज्य का नहीं बल्कि केंद्र का बजट है। बजट एक चीज है और नीति आयोग अलग है। यह एक संघीय मंच है। यदि मुख्यमंत्री के पास कोई मुद्दा है तो वे आ सकते हैं और अपनी शिकायतें उठा सकते हैं, लेकिन इसे राजनीतिक लाभ उठाने का मुद्दा बना देना अच्छा नहीं है।’

 

पीयूष गोयल ने भी विपक्ष पर साधा निशाना

वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि पीएम मोदी के प्रति उनकी नफरत की निजी सोच के कारण, वे अपने लोगों के बारे में नहीं सोचते, चाहे वह तेलंगाना हो, पश्चिम बंगाल हो, तमिलनाडु हो। पिछले साल की विकसित भारत पर केंद्रित नीति आयोग की बैठक का आठ राज्यों ने बहिष्कार किया था।’

 

पीयूष गोयल ने आगे कहा, ‘वे केवल संविधान हाथ में लेकर लोकतंत्र की बात करते हैं, वे नाटक करते हैं, लेकिन वे अपने परिवारों के नाम पर अहंकार करते हैं। कांग्रेस पार्टी के बहकावे में आकर INDI गठबंधन की पार्टियां लोकतांत्रिक व्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही हैं।’