‘कहीं ना कहीं कमी है और शर्मिंदगी…’, दिल्ली धमाके को लेकर बोले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद
दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार धमाके को लेकर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गहरा दुःख जताते हुए कहा कि यह बहुत दुखद घटना है. जिन लोगों का निधन हो गया उनके प्रति हमारी जिम्मेदारी रही, उसमें कहीं ना कहीं कमी है और शर्मिंदगी भी है. क्योंकि जिन लोगों से कहा जाता है कि आप बाहर निकलेंगे सुरक्षित है लेकिन हम उन्हें रास्ते में नहीं बचा सके. वैसे जब तक जांच पूरी ना हो जाए तब तक कुछ भी कहना जल्दीबाजी है.
वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि बिहार चुनाव में गौ रक्षा वाले प्रत्याशियों के प्रति अपार समर्थन मिला है. जो 78 साल में नहीं हुआ वह अब हो रहा है. वोटर गौ रक्षक प्रत्याशी के बारे में फोन करके पूछ रहे हैं. इसका मतलब है कि लोगों के मन में गहरी भावना है. 14 नवंबर बिहार चुनाव परिणाम को लेकर भी कहा कि सब गौ हत्यारे निकल गए. हमारी दृष्टि से सभी बराबर है, हमारी भावना के अनुसार वाली सरकार में अभी विलंब है.
साल 2027 यूपी चुनाव में अच्छा माहौल होगा- शंकराचार्य
शंकराचार्य ने बड़ा इशारा करते हुए कहा कि साल 2027 यूपी चुनाव आते-आते हमें और अच्छा माहौल मिलेगा. गौ रक्षक प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे, हमें लगता है उत्तर प्रदेश चुनाव में गौ माता की रक्षा सबसे बड़ा मुद्दा होगा. बागेश्वर धाम सरकार के सनातन एकता यात्रा निकालने का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि यह अच्छा है.
दिल्ली ब्लास्ट वाले मामले पर धीरेंद्र शास्त्री के सनातनियों के एक होने वाले बयान पर शंकराचार्य ने कहा कि जब वह कह रहे हैं कि यह कट्टरपंथीयों का काम है तो इसका मतलब उनके पास कोई जानकारी होगी. क्योंकि इस विषय पर जांच चल रहा है, जब उनके पास जानकारी है तो उन्होंने इससे क्यों नहीं रोका और दूसरी बात यह समझा दें कि जब सारे सनातनी एक हो जाएंगे तो आतंकवादी या कट्टरपंथी इन घटनाओं को कैसे छोड़ देंगे, यह उन्हें बताना चाहिए.
यूपी सरकार ने धर्म स्थान को व्यवसाय का स्थान बना दिया- शंकराचार्य
उत्तर प्रदेश योगी सरकार पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने हमारे मंदिर की प्रकृति बदल दी. पहले वह धर्म स्थान थे अब वह व्यवसाय और पैसा कमाने के स्थान हो गए हैं. धर्म स्थान पर्यटन स्थल हो गया, वहां रेस्टोरेंट खुल रहे हैं. धर्म कार्य वालों को मनाही और व्यवसाय करने वालों को छूट है.
शंकराचार्य ने कहा कि हमारे सनातन धर्म के स्थान में बहुत बड़ी विकृति आई है. दालमंडी चौड़ीकरण पर शंकराचार्य ने कहा कि जब हजारों साल पुराने मंदिर तोड़े गए तब कोई दिक्कत नहीं हुई. अब हल्ला मचा रहे हैं तो यह बेईमानी है. अब काशी को नया स्वरूप दिया जा रहा है तो हल्ला मत मचाइए, जब काशी आधुनिक होना चाहती है तो सिर्फ विश्वनाथ मंदिर ही नहीं सभी जगह पर नवीनता होनी चाहिए. बिल्कुल सही तोड़ा जा रहा है, जब मंदिर पर पहले हथौड़ा चला था तब आपके पास मौका था बोलने का लेकिन आप चूक गए, जब आप पौराणिकता बचा ही नहीं पाए तो पूरी तरह नवीनता होने से क्यों रोक रहे हैं.
