सरकार की करनी-कथनी में है अंतर: राकेश

- सहारनपुर में नागल में पत्रकारों से वार्ता करते भाकियू टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत।
नागल। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा चुनाव के समय जारी किया गया घोषणापत्र झूठा था या सरकार झूठी है क्योंकि घोषणा के बाद अब तक किसानों की बिजली नि:शुल्क नहीं की गई है उल्टे किसानों के नलकूपों पर मीटर लगाए जा रहे हैं।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत छुटमलपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान नागल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी दोनों अलग-अलग हैं। एक ओर तो सरकार कहती है कि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकता है। दूसरी ओर जब किसान अपनी फसल दूसरे राज्य में बेचने जाता है तो उन्हीं की सरकार किसानों पर लाठीचार्ज करती है। उन्होंने कहा कि सरकार देश को डिजिटल इंडिया बनाने में जुटी है। यदि केंद्र सरकार किसानों को भी डिजीटल इंडिया से जोड़ दे तथा शुगर मिलों की लिमिट से उनके बैंक खाते जोड़ दे तो गन्ना गिरने के 14 दिन बाद स्वत: ही भुगतान किसानों के खाते में पहुंच जाएगा। उन्होंने गन्ना मूल्य के सवाल पर कहा कि मायावती सरकार में गन्ना मूल्य में किसानों का हित देखते हुए वृद्धि की जाती थी। जबकि आज सत्र समाप्त होने के बाद गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है।
प्रदेश उपाध्यक्ष चौ. विनय कुमार ने कहा कि सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए पुराने वाहनों को कबाड़ बनाने पर तुली है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पूर्व नागल कस्बे के जनता इंटर कालेज में कार्यकर्ताओंने राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष चौ. राजपाल सिंह, मा. रघुवीर सिंह, मा. रविंद्र सिंह, शेखर, सूबेसिंह, नबीस गाड़ा, भूपेंद्र त्यागी, विनोद खन्ना, निशांत चौधरी, नारायण सिंह, अमित मुखिया, सुमित चंदेना, गुड्डू, मनीष आमकी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।