फिर देश की सबसे अमीर पार्टी बनी BJP, दूसरे और तीसरे नंबर पर है ये पार्टियां
- वर्ष 2016-17 में 3,260.81 करोड़ रुपये, वर्ष 2017-18 में 3,456.65 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में 5,349.25 करोड़ रुपये और वर्ष 2019-20 में 6,988.57 करोड़ रुपये के आंकड़े दर्ज किए गए.
दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2019-20 के लिए सात राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा घोषित कुल 6,988.57 करोड़ रुपये की संपत्ति में से 69 प्रतिशत यानी 4,847.78 करोड़ रुपये घोषित किया है. यह रिपोर्ट एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने यह रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 698.33 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर है. तीसरे नंबर पर कांग्रेस है जिसकी संपत्ति 588.16 करोड़ रुपये है. बीजेपी 2015-16 में देश की सबसे अमीर पार्टी बन गई थी. वर्ष 2004-05 से बीजेपी की संपत्ति में जबरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है. वह लगातार सबसे अमीर पार्टी की सूची में शामिल हो रही है.
BJP की संपत्ति में लगातार हो रही वृद्धि
शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट में सात पार्टियों की संपत्ति में वृद्धि पर भी प्रकाश डाला गया है. वर्ष 2016-17 में 3,260.81 करोड़ रुपये, वर्ष 2017-18 में 3,456.65 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में 5,349.25 करोड़ रुपये और वर्ष 2019-20 में 6,988.57 करोड़ रुपये के आंकड़े दर्ज किए गए. इन सभी सात दलों में भाजपा, बसपा, कांग्रेस, सीपीएम, एआईटीसी, भाकपा और एनसीपी शामिल है. भाजपा ने 2018-19 में 2,904.18 करोड़ की संपत्ति और वर्ष 2019-20 में अपनी संपत्ति में 67 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,847.78 करोड़ रुपये घोषित की थी. वहीं कांग्रेस ने इसी अवधि में अपनी संपत्ति को 928.84 करोड़ से 588.16 करोड़ रुपये तक गिरते हुए देखा है. वहीं अन्य पार्टियों में बसपा की संपत्ति 738 करोड़ रुपये से घटकर 698.33 करोड़ हो गई. राजनीतिक दलों द्वारा घोषित संपत्ति छह प्रमुख चीजों को शामिल किया जाता है जिनमें अचल संपत्ति, ऋण और अग्रिम, एफडीआर / जमा, टीडीएस, निवेश और अन्य संपत्ति है.
सपा की 563.47 करोड़ रुपये की संपत्ति
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019-20 में 44 क्षेत्रीय दलों ने कुल 2,129.38 करोड़ की संपत्ति घोषित की जिसमें शीर्ष 10 क्षेत्रीय दलों का हिस्सा 95.27% था. वित्त वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी द्वारा सबसे अधिक संपत्ति घोषित की गई, जिसकी कीमत 563.47 करोड़ रुपये थी, इसके बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति 301.47 करोड़ रुपये और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम की संपत्ति 267.61 करोड़ रुपये थी. वर्ष 2018-19 में क्षेत्रीय दलों के बीच सबसे अधिक संपत्ति सपा (572.21 करोड़ रुपये), बीजू जनता दल ( 232.27 करोड़ रुपये), और अन्नाद्रमुक (206.75 करोड़ रुपये) द्वारा घोषित की गई थी. वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने एफडीआर/सावधि जमा के तहत अधिकतम संपत्ति घोषित की जो 5,970.59 करोड़ रुपये (कुल संपत्ति का 65.48%) थी. इसके बाद अचल संपत्तियों के तहत 1,363.87 करोड़ रुपये (14.96%) और अन्य संपत्तियों के तहत 946.57 करोड़ रुपये ( 10.38%) थी.