गाजियाबाद में युवक चला रहा था वेस्ट आर्कटिक का अवैध दूतावास, जो चीजें मिली वो जानकर चौंक जाएंगे

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। यहां एक अवैध दूतावास का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है जो कि अवैध रूप से वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था। युवक अपने आप को कई देशों का कॉन्सुल/एम्बेसडर बताता था। पुलिस को युवक के पास कई डिप्लोमैटिक नंबर लगी गाड़ियों समेत ऐसी चीजें मिली हैं जिसे देखकर हर कोई हैरान हो रहा है। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट द्वारा दिनांक 22-7-25 को गाजियाबाद में चल रहे अवैध दूतावास का भंडाफोड़ करते हुए केबी 45 कविनगर, गाजियाबाद के रहने वाले हर्षवर्धन जैन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है। हर्षवर्धन कवीनगर में किराए का मकान लेकर अवैध रूप से वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था। वह अपने आप को वेस्ट आर्कटिका, सबोर्गा, पौल्विया, लोडोनिया आदि देशों का कॉन्सुल/ एम्बेसडर बताता है और कई डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियों से चलता है।
पुलिस को अब तक क्या-क्या पता लगा?
गिरफ्तार किया गया शख्स लोगों को प्रभाव में लेने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कई अन्य गणमान्य लोंगो के साथ अपनी मॉर्फ की हुई फोटो का भी प्रयोग करता है। इसका मुख्य काम कंपनियों और प्राइवेट व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना तथा शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला रैकेट चलाना है। इस मामले के संबंध में थाना कविनगर गाजियाबाद में अभियोग पंजीकृत कराकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। हर्षवर्धन का पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी (इंटरनेशनल आर्म्स डीलर) से भी संपर्क में होना ज्ञात हुआ है। उल्लेखनीय है की 2011 में हर्षवर्धन से अवैध सैटेलाइट फ़ोन भी बरामद हुआ था जिसका अभियोग थाना कविनगर में पंजीकृत है।
शख्स के पास से कौन सी चीजें बरामद हुईं?
- डिप्लोमैटिक नम्बर प्लेट लगी चार गाड़ियां
- माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट
- विदेश मंत्रालय की मोहर लगी कूटरचित दस्तावेज
- कूटरचित दो पैनकार्ड
- 5-विभिन्न देशों और कंपनियों की 34 मोहरें
- 2 कूटरचित प्रेस कार्ड
- 44,70000 रुपए नगद
- कई देशों की विदेशी मुद्रा
- कई कंपनियों आदि के दस्तावेज
- 18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट