इस्तांबुल। तुर्किये ने घोषणा की है कि यूक्रेन से खाद्यान्न के निर्यात को लेकर समझौता हो गया है। रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक यह समझौता रूस, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र के बीच हुआ है। समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर अगले सप्ताह होंगे जब संबद्ध पक्षों के प्रतिनिधि दोबारा मिलेंगे। समझौते के अनुसार रूस और यूक्रेन साथ मिलकर खाद्यान्न समन्वय केंद्र बनाएंगे और वहां से निर्यात होगा। जबकि काला सागर में मालवाही जहाजों की आवाजाही की निगरानी तुर्किये करेगा।

  • वैश्विक बाजार को मिलेगा दो करोड़ टन गेहूं
  • इससे खाद्यान्न संकट की आशंका होगी दूर
  • गेहूं, मक्का की बढ़ रही कीमत आएंगी नीचे
  • यूक्रेन बोला- हमारी भूमि पर रूसी कब्जा रहते समझौता नहीं

दुनिया को महंगाई से मिलेगी राहत

इससे पहले यूक्रेन ने कहा कि खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध खत्म होने को है। यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात को लेकर बना गतिरोध दूर हुआ तो दो करोड़ टन से ज्यादा खाद्यान्न वैश्विक बाजार को उपलब्ध होगा जिससे कई देशों में आसन्न संकट को दूर किया जा सकेगा। गेहूं और मक्का का मूल्य कम होगा।

काला सागर में महीनों से आवाजाही बंद

यूक्रेन के ओडेसा शहर में काला सागर के तट पर बने बंदरगाह के गोदामों में लाखों टन खाद्यान्न भरा हुआ है। नजदीक ही दर्जनों मालवाही पोत भी खड़े हैं लेकिन रूसी सेना की काला सागर में की गई घेराबंदी और बिछाई गई बारूदी सुरंगों के चलते महीनों से वहां से आवाजाही बंद है।

संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में बैठक

काला सागर में मालवाही जहाजों की आवाजाही शुरू कराने के सिलसिले में ही तुर्किये के शहर इस्तांबुल में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में रूस, यूक्रेन और तुर्किये के मंत्रियों-अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक से पूर्व यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि रूस के साथ समझौता होने से हम महज दो कदम दूर हैं।

…लेकिन युद्ध विराम नहीं

हालांकि एक सवाल के जवाब में यूक्रेनी विदेश मंत्री कुलेबा ने इस वार्ता का युद्धविराम से कोई संबंध होने से इन्कार किया। दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि यूक्रेन की जमीन पर रूसी कब्जा रहते हुए कोई शांति समझौता नहीं हो सकता।

समुद्री मार्ग खुलने से हथियारों की तस्करी की भी आशंका

इससे पहले रूस ने पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों में से कुछ को हटाए जाने की मांग रखी। हालांकि रूस ने समुद्री मार्ग खुलने से हथियारों की तस्करी की भी आशंका जताते हुए पश्चिमी देशों और यूक्रेन से सकारात्‍मक जवाब मांगा है।

रूस और यूक्रेन गेहूं निर्यातक देश

विदित हो कि रूस और यूक्रेन दुनिया में सबसे ज्यादा गेहूं निर्यात करने वाले देश हैं। रूस सबसे बड़ा उर्वरक निर्यातक है। जबकि यूक्रेन मक्का और सूरजमुखी के तेल का बड़ा निर्यातक है। काला सागर की घेराबंदी के चलते यूक्रेन का निर्यात ठप है जबकि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के चलते रूस का निर्यात बाधित है। इसके कारण दुनिया जरूरी वस्तुओं की कमी का सामना कर रही है।