विभागीय समन्वय स्थापित कर शीघ्रता से सीवर लाइन का कार्य पूरा कराया जाए: अपर मुख्य सचिव, नगर विकास

विभागीय समन्वय स्थापित कर शीघ्रता से सीवर लाइन का कार्य पूरा कराया जाए: अपर मुख्य सचिव, नगर विकास
  • सहारनपुर में सर्किट हाऊस में विकास कार्यों की समीक्षा करते नोडल अधिकारी रजनीश दुबे।

सहारनपुर। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, नगर विकास एवं जनपद के नोडल अधिकारी डॉ. रजनीश दुबे ने कहा कि नगर आयुक्त, जल निगम, विद्युत विभाग तथा जलकल विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर शीघ्रता से सीवर लाइन का कार्य पूरा कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने पुलिस लाईन स्थित ट्रंक सीवर लाइन को गेल द्वारा तोडे जाने के उपरान्त जलकल विभाग के महाप्रबन्धक द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने आज सर्किट हाउस सभागार में सीवर लाईन तथा ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहर के 70 वार्डों में डोर-टू-डोर कूडा कलेक्शन में आईटीसी की शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित की जाए। साथ ही गीले और सूखे कूडे को अलग-अलग रखने के लिए जागरूकता कार्यक्रम किए जाएं। उन्होंने कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस को शहर में बनने वाले सोलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का आकलन 05 दिन के भीतर तैयार कर शासन को भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सोलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।

नोडल अधिकारी ने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा अनेक प्रकार के अपशिष्ट त्यागे जाते है, जो भूमि या मृदा प्रदूषण के मुख्य कारक है। चीनी कारखानो से व्यापक मात्रा मे निकलने वाली खोई, ताँबा व एल्यूमीनियम प्रगलन संयंत्रो से निकलने वाले खतरनाक रसायन, उर्वरक इकाइयों के अपशिष्ट पदार्थ के लिए भी समुचित कार्यवाही की जाएं। उन्होंने कहा कि घरों से निकलने वाला कूड़ा-करकट तथा सार्वजनिक स्थलों पर एकत्रित कचरा नगर निकायों के लिए भारी समस्या है। इसमे पॉलिथिन, प्लास्टिक, कागज, बोतलें, टिन, ब्लेड, घरों से निकलने वाला कूड़ा आदि शामिल है। ।

उन्होने कहा कि कूडे का समुचित और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. एस.चन्नप्पा, नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) डॉ. अर्चना द्विवेदी तथा जल निगम, नगर निगम और कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।