Azadi Ka Amrit Mahotsav : लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबू खुबैब के घर भी लहरा रहा तिरंगा

Azadi Ka Amrit Mahotsav : लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबू खुबैब के घर भी लहरा रहा तिरंगा
  • खुबैब का खौफ डोडा के ऊपरी इलाकों में रहने वालों के चेहरों पर साफ देखा जा सकता है। उसके गांव में तो क्या आस-पास के गांवों में भी लोग खुलेआम भारत माता का जयघोष करते हुए डरते थे लेकिन आज उसके अपने घर में तिरंगा लहरा रहा रहा है।

डोडा : हर घर तिरंगा अभियान को लेकर लोगों में उत्साह अलगाववादियों और आतंकियों के मुंह पर तमाचा साबित हो रहा है। कश्मीर बनेगा दारूल इस्लाम और आजादी का नारा देते हुए पाकिस्तान को अपना मोहसिन मानने वाले इस अभियान में पूरी तरह नंगे होकर रह गए हैं। उनके परिजन अपने घर पर राष्ट्रध्वज लहराते हुए कह रहे हैं कि जो इसका अपमान करे, जो मुल्क के खिलाफ जाए, वह जहां मिले उसे फौज वहीं मार दे। यह हमारे मुल्क का झंडा है, इसे हम नहीं तो फिर कौन उठाएगा। अगर यकीन न हो तो जम्मू कश्मीर का अफगानिस्तान और नरसंहारों की धरती कहलाने वाले जिला डोडा के कठावा में स्थित लश्कर आतंकी खुबैब के घर आकर देख लो।

मोहम्मद अमीन उर्फ खुबैब उर्फ पिन्ना उर्फ हारून लश्कर ए तैयबा के उन दुर्दांत आतंकियों में एक है,जो पाकिस्तान में बैठ जम्मू कश्मीर में हिंसा फैलाने, स्थानीय युवाओं को बरगला मौत के रास्ते पर धकेलने की साजिशों में लगा हुआ है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने उसे जम्मू प्रांत में विशेषकर जिला डोडा, रामबन, किश्वताड़ और उधमपुर में एक बार फिर से आतंकी नेटवर्क तैयार करने का जिम्मा सौंप रखा है।

बीते तीन वर्ष के दौरान खुबैब के नेटवर्क से जुड़े डोडा, जम्मू और रामबन में सक्रिय लश्कर के लगभग एक दर्जन आतंकी व ओवरग्राउंड वर्कर पकड़े जा चुके हैं। ऊधमपुर में बीते दिनों हुए बम धमाके की साजिश भी उसके ही इशारे पर अंजाम दी गई थी। कटरा बस स्टैंड पर एक बस में धमाके में उसका हाथ बताया जाता है। बीते माह जम्मू कश्मीर पुलिस ने उसके कुछ साथियों को पकड़ा है, जिनके पास से स्टिकी बम भी मिले थे।

15 वर्ष से पाकिस्तान में बैठे मोहम्मद अमीन उर्फ खुबैब का खौफ आज भी डोडा के ऊपरी इलाकों में रहने वालों के चेहरों पर साफ देखा जा सकता है। उसके गांव में तो क्या आस-पास के गांवों में भी लोग खुलेआम भारत माता का जयघोष करते हुए डरते थे,लेकिन आज उसके अपने घर में ही राष्ट्रध्वज लहरा रहा रहा है।

डोडा निवासी खालिद राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान जिस उद्देश्य के साथ शुरु किया है,वह लक्ष्य पूरा होता नजर आ रहा है। उन्होंने यह अभियान आम लोगों में राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत बनाने और उनमें राष्ट्रध्वज के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए शुरु किया गया था। आतंकी कमांडर खुबैब के घर में लहराता तिरंगा इस लक्ष्य की प्राप्ति की पुष्टि करता है।

कठावा स्थित अपने घर में राष्ट्रघ्वज को लगाते हुए आतंकी खुबैब के पिता दाऊद बट ने कहा कि यह हमारा झंडा है, हम नहीं तो फिर कौन इसे उठाएगा। हम हिंदुस्तानी हैं और यह हमारे मुल्क का झंडा है। अपने आतंकी पुत्र का जिक्र होने पर उन्होंने कहा कि खुबैब को चाहिए था कि वह हिंदुस्तान की बंदूक और झंडा उठाता। उसे भी यही तिरंगा उठाना चाहिए था। वह जहां फौज को मिले, उसे वहीं मार दिया जाए।

खुबैब के भाई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह अभियान चलाकर बहुत अच्छा किया है। हरेक को यह झंडा अपने घर लगाना चाहिए। मैं आज आपके जरिए अपने भाई को एक पैगाम देना चाहूंगा कि वह वापस आए और अपने मुल्क का झंडा उठाए। यही उसके लिए अच्छा है। उसके कारण कई नौजवान बर्बाद हुए हैं, कई घर तबाह हुए हैं।

दाऊद बट ने कहा कि हम अपने घर तिरंगा किसी को दिखाने के लिए या किसी के डर से नहीं लगा रहे हैं, यह हर हिंदुस्तानी और हर वतनपरस्त के लिए फख्र की बात है, इसलिए हम इसे लगा रहे हैं। मैं इस मौके पर सभी से अपील करूंगा कि कोई भी खुबैब बनने की कोशिश न करे।