‘समय आ गया है जब…’ इजरायल-हमास युद्ध में मारे गए आम लोगों पर बोले PM मोदी, कही ये बात
PM Modi: शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ‘हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में हो रही घटनाओं के चलते नई चुनौतियां सामने आ रही हैं.
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया में नई चुनौतियां उभर कर सामने आ रही हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने हमास और इजरायल युद्ध में फिलिस्तीन और इजरायल में मारे गए लोगों की मौत पर भी दुख जताया. दरअसल, शुक्रवार को पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. इस दौरान इजरायल और हमास युद्ध पर भी पीएम मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
‘इजरायल में हुए आतंकी हमले की भारत ने की निंदा
शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ‘हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में हो रही घटनाओं के चलते नई चुनौतियां सामने आ रही हैं. भारत ने 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की थी.’ उन्होंने कहा कि हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है. पीएम मोदी ने युद्ध में मारे गए आम लोगों की मौत पर कहा कि, हम इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों की मौत की निंदा करते हैं.’
पीएम मोदी ने की थी फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से बात
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी बात की थी. जिसके बाद पीएम मोदी ने कहा था कि, ‘समय आ गया है, जब ग्लोबल साउथ के सभी देशों को दुनिया की भलाई के लिए एक होना चाहिए.’ इसके साथ ही मोदी ने फाइव ‘सी’ यानी कंसल्टेशन, कम्युनिकेशन, कोऑपरेशन, क्रिएटिविटी, कैपेसिटी बिल्डिंग पर भी जोर दिया.
हम सौ से अधिक देश, प्राथमिकताएं एक- पीएम मोदी
बता दें कि इसी साल जनवरी में भारत ने विकासशील देशों के समक्ष आने वाली चुनौतियों और चिंताओं पर आवाज उठाने के लिए ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ के पहले संस्करण की मेजबानी की थी. जिसका जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि’वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ 21वीं सदी की बदलती दुनिया को प्रतिबिम्बित करने वाला सर्वश्रेष्ठ मंच है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ‘हम 100 से अधिक देश हैं लेकिन हमारी प्राथमिकताएं समान हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने जी20 में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की चर्चा की. मोदी ने कहा कि इस बार जी20 देशों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए धन देने पर महत्वपूर्ण गंभीरता दिखाई है. उन्होंने कहा कि जी20 में ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों को जलवायु परिवर्तन पर आसान शर्तों पर वित्त और प्रौद्योगिकी प्रदान करने की सहमति बनी. प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि भारत का मानना है कि नई तकनीक से ‘ग्लोबल साउथ’ और ‘नॉर्थ’ के बीच दूरियां नहीं बढ़नी चाहिए.