मार्कशीट लेने पहुंची छात्रा से शिक्षक ने की अश्लील हरकत, धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार; स्कूल सील

मार्कशीट लेने पहुंची छात्रा से शिक्षक ने की अश्लील हरकत, धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार; स्कूल सील

मुजफ्फरनगर [24CN] : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शिक्षा जगत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। जिले के बुढ़ाना कस्बे स्थित जमन पब्लिक स्कूल में 9वीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया है कि स्कूल के एक शिक्षक ने उसके साथ छेड़छाड़ की और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। मामले के सामने आते ही क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और पीड़िता के परिजनों के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

आरोपी शिक्षक गिरफ्तार, स्कूल सील

छात्रा के अनुसार, वह मार्कशीट लेने स्कूल गई थी, जहां शिक्षक शहजाद उर्फ समीर ने उसके साथ अनुचित हरकत की और चुप रहने की धमकी दी। डरी-सहमी छात्रा घर पहुंची और घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजनों ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए बीजेपी नेताओं के साथ स्कूल में विरोध प्रदर्शन किया।

सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और IPC की गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, जिला प्रशासन ने स्कूल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया।

स्कूल की वैधता पर भी सवाल

पूर्व विधायक उमेश मलिक ने आरोप लगाया कि जमन पब्लिक स्कूल अवैध रूप से संचालित हो रहा था। स्कूल प्रबंधक नौशाद और प्रिंसिपल शहजाद, जो खुद को डॉक्टर बताकर एक फर्जी क्लीनिक भी चला रहे थे, केवल कक्षा 8 तक की मान्यता के बावजूद 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित कर रहे थे।

मलिक के अनुसार, स्कूल के तहखाने से संदिग्ध तरीके से तैयार की गईं मार्कशीट, ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) और अन्य शैक्षणिक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच जारी है और अगर दस्तावेज फर्जी पाए गए, तो बुलडोजर कार्रवाई भी हो सकती है।

पुलिस और प्रशासन की पुष्टि

सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक शहजाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मुजफ्फरनगर के बीएसए और एसडीएम की निगरानी में स्कूल को सील किया गया है और आगे की जांच जारी है।

यह घटना शिक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों और संवेदनशीलता की ओर इशारा करती है। प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।