जयपुर। नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को जान से मारने के इरादे से भारत में दाखिल हुआ पाकिस्तानी घुसपैठिया रिजवान अशरफ (Pakistani intruder Rizwan Ashraf) पाकिस्तान में एक दक्षिणपंथी इस्लामिक समूह से जुड़ा है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि रिजवान (Rizwan Ashraf) तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा रहा है। यही नहीं रिजवान अशरफ पाकिस्तान के लाहौर किले में महाराजा रणजीत सिंह (Sikh ruler Ranjit Singh) की प्रतिमा को तोड़ने में भी कथित तौर पर शामिल था।
मालूम हो कि तहरीक-ए-लब्बैक (Tehreek-e-Labbaik) पाकिस्तान में एक दक्षिणपंथी इस्लामिक समूह है। मालूम हो कि पाकिस्तानी युवक रिजवान (Pakistani intruder Rizwan Ashraf) 16 से 17 जुलाई की रात को गंगानगर जिले के हिंदुमलकोट थाना क्षेत्र में सीमा पार कर भारतीय इलाके में घुस आया था। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने इस घुसपैठिए को पकड़ लिया था। बाद में इसको पुलिस के हवाले कर दिया गया था। पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने गंगानगर के जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के हवाले से बताया है कि घुसपैठिए ने पूछताछ में बताया है कि वह नुपुर शर्मा को मारने के इरादे से ही भारत आया था। जांच एजेंसियों की संयुक्त पूछताछ में यह भी पता चला है कि घुसपैठिया (Pakistani intruder Rizwan Ashraf) रिजवान अशरफ ने पिछले साल अगस्त में लाहौर के किले में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ा था। इस मामले में रिजवान को पाकिस्तान में जेल भी भेजा गया था।
पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी रिजवान अशरफ पाकिस्तान के कट्टरपंथी इस्लामिक समूह तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा रहा है। इस कट्टरपंथी समूह ने एक महीने पहले नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ घुसपैठिया रिजवान के गांव में विरोध मार्च निकाला था। पूछताछ में पता चला है कि घुसपैठिया रिजवान ने पाकिस्तान में एक धार्मिक सभा में शिरकत की थी। इसी सभा से प्रेरित होकर उसने नुपुर शर्मा को मारने की योजना बनाई थी और भारतीय सीमा में घुसपैठ को अंजाम दिया।