तत्काल ६०० रूपए प्रति कुंतल गन्ना मूल्य घोषित करे प्रदेश सरकार: वर्मा

- सहारनपुर में किसानों की बैठक को सम्बोधित करते भाकियू वर्मा के संयोजक भगतसिंह वर्मा।
सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगतसिंह वर्मा ने कहा कि गन्ने पर लगातार लागत बढ़ती जा रही है। जबकि भाजपाइयों की सरकार गन्ने का मूल्य बढ़ाने के मूड में नहीं है। उन्होंने महंगाई व गन्ने की लागत को देखते हुए गन्ने का लाभकारी मूल्य कम से कम 600 रूपए प्रति कुंतल किए जाने की मांग की।
भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगतसिंह वर्मा आज यहां पेपर मिल रोड कार्यालय पर किसानों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में गन्ने का मूल्य 382 रूपए प्रति कुंतल है। जबकि पंजाब में 380 रूपए प्रति कुंतल है, वह भी कम है। इसलिए उत्तर प्रदेश में गन्ने का लाभकारी मूल्य अविलम्ब 600 रूपए प्रति कुंतल घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीनी मिलें अभी तक विगत वर्षों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान नहीं कर रही हैं। अभी भी सहारनपुर मंडल की चीनी मिलों पर 600 करोड़ रूपए किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है और विगत वर्षो में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा 1600 करोड़ रूपए ब्याज भी चीनी मिलों पर बकाया है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व गन्ना विभाग ने गन्ना मूल्य भुगतान व ब्याज तथा गन्ने का 600 रूपए प्रति कुंतल नहीं किया तो उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के गन्ना किसान भाजपा को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को गन्ने से हजारों करोड़ रूपए का लाभ हो रहा है तथा चीनी मिलों को भी करोड़ों रूपए की कमाई हो रही है। इसके बावजूद भी चीनी मिल मालिक व सरकार किसानों को खोई का दाम भी नहीं दिला पा रही है।
बैठक को राष्ट्रीय अशोक मलिक, प्रदेश महासचिव आसिम मलिक, प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज कपिल, प्रगतिशील किसान प्रवीण बांदूखेड़ी ने सम्बोधित किया। बैठक की अध्य़क्षता राव रजा खान व संचालन आसिम मलिक ने किया। बैठक में जिलाध्यक्ष सुशील गुर्जर धारकी, राव इरशाद सोनी, जिला महामंत्री सुनील, मा. रईस अहमद, नीरज सैनी, सुशील चौधरी, हरपाल सिंह, बबलू मलिक, साजिद, सुभाष त्यागी, नैनसिंह सैनी, मांगेराम सैनी, वली उल्ला, प्रधान हरपाल सिंह, योगेंद्र सिंह, जगपाल सिंह, कालूसिंह आदि मौजूद रहे।