रामपुर के नवाब का स्ट्रांग रूम खुला, अंदर का नजारा देख चौंकी टीम
रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खां की संपत्ति के बंटवारे के प्रक्रिया के तहत काफी मशक्कत के बाद शनिवार को स्ट्रांग रूम खोले गए। स्ट्रांग रूम खुलते ही अंदर का नजारा देख नवाब खानदान के वारिस और अधिकारियों की टीम चौंक गई।
दरअसल पिछले कई दिनों से स्ट्रांग रूम खोलने के प्रयास हो रहे थे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी। शनिवार को नवाब खानदान का स्ट्रांग रूम गैस कटर से काटा गया और फिर खोला गया।
नवाब खानदान के स्ट्रांग रूम के अंदर कुछ नहीं मिला। स्ट्रांग रूम में खजाना खाली था। इसको देखकर हर कोई हैरान रह गया। स्ट्रांग रूम खुलने से पहले इसमें करोड़ों की संपत्ति बताई जा रही थी।
इससे पहले रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खां की संपत्ति के बंटवारे के प्रक्रिया के तहत 6 फरवरी को कोठी खासबाग में स्थित स्ट्रॉगरूम को कोर्ट कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में खोलने की कोशिश की गई थी। चाबियां नहीं होने पर स्ट्रांगरूम काटने के लिए गैस कटर की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वह गैस कटर से कट नहीं पाया था।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस अनिरुद्ध बोस की पीठ ने कहा कि भारत में विलय के बाद रजवाड़ों के शासक राजा नहीं रहे। इनकी संप्रभुता और सर्वोच्चता नहीं रही। निजी संपत्तियों के अलावा उनकी कोई भूमि नहीं। वे सिर्फ नाम के राजा हैं। दरअसल नवाब रजा अली खां की संपत्ति को लेकर 52 साल से विवाद चल रहा है।
नवाब ने भारत में विलय के बाद अपने हिस्से की पांच संपत्तियां छोड़ी थीं। उनके निधन के बाद उनके बड़े पुत्र मुर्तजा खां ने संपत्तियों पर दावा पेश कर कब्जा कर लिया। विवाद निचली अदालतों से सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। अब सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अंतिम शासक के दोनों बेटे और उनके वारिस संपत्ति के हकदार होंगे।