‘भाइयों की आत्माओं को अब शांति मिलेगी’, राम मंदिर पर कोठारी बंधुओं की बहन का बयान
New Delhi : अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अब कुछ ही समय बाकी रह गया है। करीब 500 सालों के बाद अब प्रभु श्रीराम का मंदिर वापस से बनने जा रहा है। इसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। ऐसे में 34 साल पहले अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर पुलिस गोलीबारी में जान गंवाने वाले कारसेवकों के परिवार वालों के चेहरे पर भी खुशी आ गई है। उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन पर दीवाली और होली जैसे त्योहारों की खुशी का अहसास हो रहा है। कोलकाता के कोठारी बधुओं की बड़ी बहन ने भी अपने विचार साझा किए हैं।
उनकी आत्माओं को अब शांति मिलेगी
अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर 1990 में कारसेवा के दौरान पुलिस गोलीबारी में 22 साल के राम कोठारी और 20 साल के शरद कोठारी की मौत हो गई थी। उनकी बड़ी बहन पूर्णिमा ने अपनी भावनाओं को साझा किया है। उन्होंने कहा है कि हमारा पूरा परिवार बहुत खुश है। मेरे भाइयों के निधन के बाद से 1992 से मैंने अयोध्या की वार्षिक तीर्थयात्रा की है और अपने दिवंगत भाइयों के करीबी मुद्दे ‘राम जन्मभूमि आंदोलन’ के लिए प्रार्थना की है। मेरे भाइयों की आत्माओं को अब शांति मिलेगी।
दूसरी दिवाली और होली के अनुभव जैसा
पूर्णिमा कोठारी ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हम सभी के लिए दूसरी दिवाली और होली के अनुभव जैसा है। उन्होंने याद किया कि कोठारी बंधु कोलकाता के बड़ाबाजार में अपने आवास के पास RSS की शाखा में जाया करते थे। विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर वे कार सेवा के लिए अयोध्या चले गए। उन्होंने एक नेक काम के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि मुझे अपने भाइयों पर बेहद गर्व है। प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलने पर पूर्णिमा और उनका परिवार पहले ही अयोध्या पहुंच चुका है।