श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से मुक्त हो जाता है जीव

- सहारनपुर में कथाव्यास कालेंद्रानंद महाराज का स्वागत करते श्रद्धालु।
सहारनपुर [24CN]। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से जीव मुक्त हो जाता है। शरणपुर शिव विहार में श्री सिद्ध शिव मंदिर सेवा समिति की ओर से चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के विश्राम पूर्णाहुति अवसर पर श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में मुख्य यजमान ज्ञानेंद्र पुंडीर नरेंद्र सिंह पवार ने व्यासपीठ का भोजन किया और महाराज को तिलक कर आशीर्वाद प्राप्त किया कृष्ण सिंह मुखिया एवं देवेंद्र कुमार बंसल ने भागवत दीपक प्रज्वलित कर भगवान के चरणों में नमन किया।
श्रीमद् भागवत कथा मैं सुदामा चरित्र एवं राजा परीक्षित के मोक्ष को मार्मिक आधार पर समझा कर महाराज श्री ने श्रीमद्भागवत महापुराण को विश्राम दिया और महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई भागवत भगवान को एवं व्यास जी का मंगल तिलक कर सभी ने आशीर्वाद प्राप्त किया महा आरती उतारी गई महा भोग अर्पण कर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
श्रीमद्भागवत महापुराण को विश्राम देते हुए स्वामी कालीन धरम महाराज ने कहा श्री हरि की भक्ति अनवरत प्रत्येक क्षण जी जीव के मन में रम कर हर समय प्रभु का नाम भजन आही परम भक्ति है। भगवान श्री कृष्ण और राधा एक रूप होकर जिसके मन में वास करते हैं एवं हर समय मन में भगवान का नाम बसा रहता है। वहीं जीव भगवान को प्रिय हो जाता है। उन्होंने कहा जीवन का मूल उद्देश्य भगवान की प्राप्ति ही है जिसके बिना जीवन अधूरा रहता है जो जीव शरीर एवं जीवन रहते रहते भगवत प्राप्ति कर लेते हैं। वही मोक्ष और मुक्ति को प्राप्त होते हैं। इसीलिए अपना सर्वस्व श्री हरि के चरणों में समर्पित कर उन्हीं को सर्व समान कर अपना जीवन यापन करना चाहिए। यही श्रीमद् भागवत महापुराण का मूल संदेश है।
इस अवसर पर आचार्य ऋषभ कौशिक, आचार्य अंबा प्रसाद कौशिक, पंडित नीरज मिश्रा, पंडित योगेश तिवारी, सेवाराम शर्मा, विनोद शर्मा, अनिल कुमार सिंघल, अशोक गुलाटी, अनिल पुंडीर, दिनेश ठाकुर, एसपी चौधरी, मुकेश चौहान, विक्रम पुंडीर, अर्जुन मित्तल, रविंद्र पुंडीर, विकास शर्मा, प्रमोद गुप्ता, विभा, संगीता, बीना, सुषमा, कमला, राधा, कविता, सुमन, कोमल आदि ने श्रद्धालुओं ने धर्म लाभ उठाया।