आपबीती सुनाते छलक पड़े पिता के आंसू, बोले- बेटा देश के लिए शहीद हुआ लेकिन फिर भी…

आपबीती सुनाते छलक पड़े पिता के आंसू, बोले- बेटा देश के लिए शहीद हुआ लेकिन फिर भी…

शहीद बेटे की प्रतिमा को न्याय दिलाने के लिए दिल्ली तक लगाई गुहार, कायाकल्प के नाम पर कमिश्नर आवास चौराहे से हटाई थी शहीद मेजर मनोज तलवार की प्रतिमा, अब प्रतिमा को फुटपाथ पर रख दिया गया है, कोई नहीं ले रहा सुध…

मैंने जिंदगी की हर जंग जीती। हर मुकाम पर फतह दर्ज कराई, लेकिन अपने शहीद बेटे की प्रतिमा को न्याय न दिला सका। दस सालों से मेरे बेटे की प्रतिमा फुटपाथ पर खड़ी होकर हर आने- जाने वाले से सवाल करती है, क्या देश में शहीद का यही सम्मान है।

बीमारी, बुजुर्गियत और बेबसी। कारगिल शहीद मेजर मनोज तलवार के डिफेंस कॉलोनी निवासी पिता कैप्टन (रिटायर्ड) पीएल तलवार की अब यही नियति है। हर सुबह ये बुजुर्ग पिता एक आस के साथ उठता है और रात को फिर निराश होकर सो जाता है। पिछले दस सालों से इस पिता की जिंदगी हर रोज ऐसे ही कट रही है। उनकी आंखों में शहीद बेटे की प्रतिमा को सम्मान दिलाने का सपना है परंतु तंत्र खामोश है।


विडियों समाचार